KNEWS DESK… भारत में राष्ट्रीय हथकरघा दिवस हर वर्ष 7 अगस्त को मनाया जाता है. जिसका मकसद देश में हथकरघा उद्योग को सशक्त बनाने और दुनियाभर में हैंडलूम की पहचान बनाना है. इस मौके पर आज प्रगति मैदान के भारत मंडपम में राष्ट्रीय हथकरघा दिवस समारोह का आयोजन किया जाएगा, जिसमें पीएम मोदी भी भाग लेंगे.
♦आज राष्ट्रीय हथकरघा दिवस मनाया जा रहा
♦दिल्ली में आज हो रहा हथकरघा दिवस समारोह
♦पीएम मोदी कर रहे समारोह को संबोधित
♦7 अगस्त 2015 में पीएम मोदी ने हर साल मनाने का किया था ऐलान
♦7 अगस्त 1905 में स्वदेशी उद्योगों और हथकरघा बुनकरों को किया गया था प्रोत्साहित…
— Knews (@Knewsindia) August 7, 2023
दरअसल आपको बता दें कि हैंडलूम भारत की सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा है. लोगों के पहनावे से लेकर घर की सजावट तक आज हैंडलूम को शामिल किया जाता है. ऐसे में लोगों को रोजगार मिलता है और कारीगरों को अपनी पहचान बनाने का मौका भी मिलता है. बता दें कि, भारत में कई ऐसे राज्य है जो खासतौर पर हैंडलूम के लिए जाने जाते हैं- इनमें, गुजरात की बांधनी, बिहार का भागलपुरी सिल्क, मध्य प्रदेश की चंदेरी,महाराष्ट्र की पैठनी, आंध्र प्रदेश की कलमकारी वहीं कुछ तो पुरी दुनिया में मशहू हैं. हथकरघा दिवस मनाने के पीछे का मुख्य उद्देश्य ये है कि इससे लघु और मध्यम उद्योग को बढ़ावा दिया जाता है. इसके अलावा जो लोग बुनकर समुदाय से आते हैं उन्हें सम्मानित किया जाता है और उनके काम को सराहा जाता है. आज के समय में लोग हथकरघा से बनी चीजों को ज्यादा तवज्जो दे रहे हैं. ऐसे में ये बहुत जरूर है कि हथकरघा से बनी चीजें देश-विदेश तक पहुंचे. कारीगर और शिल्पकार को बढ़ावा देने के लिए मोदी सरकार ने 7 अगस्त, 2015 को राष्ट्रीय हथकरघा दिवस मनाने का ऐलान किया था. बता दें कि, इस तारीख को रखने की पीछे भी खास वजह है. दरअसल, 7 अगस्त, 1905 में स्वदेशी आंदोलन के जरिये स्वदेशी उद्योगों और हथकरघा बुनकरों को प्रोत्साहित किया गया था. इसलिए हर साल इस दिन नेशनल हैंडलूम डे बनाया जाता है.
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