डिजिटल डेस्क- बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के सकरा थाना क्षेत्र से सामने आई एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे इलाके को सदमे में डाल दिया है। नवलपुर मिश्रौलिया गांव में एक पिता ने अपनी तीन मासूम बेटियों के साथ फांसी लगाकर जान दे दी। इस सामूहिक आत्महत्या में चार लोगों की मौत हो गई, जबकि दो बेटे मौत के मुंह से निकलने में सफल रहे। मृतक अमरनाथ राम की पत्नी का इसी साल जनवरी महीने में निधन हो गया था। इसके बाद से अमरनाथ मानसिक रूप से काफी परेशान चल रहा था। ग्रामीणों का कहना है कि पत्नी की मौत के बाद वह गुमसुम रहने लगा था और परिवार की जिम्मेदारियों का बोझ उस पर भारी पड़ रहा था। अमरनाथ के पास कोई स्थायी रोजगार नहीं था और परिवार का जीवन सरकारी राशन और सीमित मदद पर निर्भर था।
रात तक सब सामान्य, पर सुबह देखा तो दिल दहल गया
रविवार रात परिवार ने सामान्य तरीके से खाना खाया और सो गया। किसी को अंदाजा नहीं था कि अगली सुबह ऐसा भयावह मंजर देखने को मिलेगा। सोमवार सुबह अमरनाथ ने अपने बच्चों को जगाया और पत्नी की साड़ी से फंदा बनाकर एक-एक कर बच्चों के गले में डाल दिया। उसने तीन बेटियों को ट्रंक पर चढ़ाकर छत से लटका दिया और कूदने को कहा। तीनों मासूम बेटियां पिता के साथ झटके से कूद गईं, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
बेटों को भी लगाया था फंदा, पर बच गयी जान
अमरनाथ ने अपने दोनों बेटों शिवम और चंदन को भी आत्महत्या के लिए मजबूर किया, लेकिन शिवम को दर्द महसूस हुआ और उसने साहस दिखाते हुए फंदा खोल लिया। इसके बाद उसने छोटे भाई को भी बचा लिया और शोर मचाया। शोर सुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही सकरा थाना पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस ने चारों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मौके पर एफएसएल टीम को भी बुलाया गया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह आत्महत्या का मामला प्रतीत हो रहा है, लेकिन हर पहलू से जांच की जा रही है।