Mulayam Singh Birthday: आखिर मुलायम सिंह यादव का साइकिल से क्या था खास कनेक्शन? जानें इसके पीछे की वजह

KNEWS DESK- धरती पुत्र के नाम से मशहूर मुलायम सिंह का आज 85वां जन्मदिन है। पूरे प्रदेश में बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है। आज इस खास मौके पर आज हम आपको बताएंगे कि आखिर मुलायम सिंह यादव का साइकिल से क्या खास कनेक्शन था?

22 नवंबर 1939 को हुआ था जन्म

मुलायम सिंह यादव का जन्म इटावा में 22 नवंबर 1939 को गरीब किसान परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम सुघर सिंह यादव और माता का नाम मूर्ति देवी था। सुघर सिंह के पांच बेटों में मुलायम सिंह तीसरे नंबर पर थे। उन्होंने शुरुआती पढ़ाई स्थानीय परिषदीय स्कूल से की। स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने कॉलेज में कदम रखा। डिग्री कॉलेज की पढ़ाई के लिए वो घर से 20 किमी दूर अपने दोस्त रामरूप के साथ जाते थे।

मुलायम सिंह को साइकिल से क्यों था प्यार

मुलायम सिंह यादव पर लेखक फ्रेंक हुजूर द्वारा लिखी एक किताब द सोशलिस्ट में उनके साइकिल प्रेम का जिक्र किया गया है। मुलायम सिंह पढ़ाई के लिए अपने दोस्त रामरूप के साथ जाते थे। उन्हें साइकिल की बहुत जरूरत थी, लेकिन घर की आर्थिक स्थिति कमजोर होने की वजह से उन्होंने कभी पिता से साइकिल नहीं मांगी।

इस किताब में उनके मित्र रामरूप के हवाले से बताया गया है कि एक बार वो इटावा के ही उजियानी गांव से गुजर रहे थे, तो वहां कुछ लोग ताश खेल रहे थे। इस गांव के राम प्रकाश गुप्ता ने ये शर्त रखी थी कि जो जीतेगा उसे इनाम में रॉबिनहुड साइकिल मिलेगी। फिर क्या था मुलायम सिंह ताश खेलने बैठ गए और जीत भी हासिल की। इसके बाद उन्हें साइकिल इनाम में मिली।

साइकिल को क्यों बनाया चुनाव चिह्न

ये साइकिल मुलायम सिंह यादव के जीवन भर साथ रही। कहते हैं कि मुलायम सिंह यादव साइकिल पर ही गांव-गांव जाकर लोगों से मिलते थे और बात करते थे। तीन बार विधायक बनने के बाद भी उन्होंने 1977 तक साइकिल की सवारी की। उन्होंने जब अपनी पार्टी बनाई तो इसका चुनाव चिह्न भी साइकिल रखा। वो कहते थे कि साइकिल चिह्न गरीबों, किसानों और मजदूर वर्ग की पहचान है।

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