डिजिटल डेस्क- गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे अपने समर्थकों संग पुलिस के कार्रवाई के खिलाफ बैद्यनाथ धाम मंदिर थाना में गिरफ्तारी देने पहुंचे। इस दौरान पत्रकारों से एयरपोर्ट पर बात करते हुए कहा कि उन पर गलत लोगों ने केस दर्ज कराया है। उन्होंने सवाल करते हुए प्रश्न उठाया कि जिसका एक भी यजमान नहीं है, वह मंदिर के अंदर क्या कर रहा था। साथ ही उन्होंने कहा कि उन पर लॉ एंड ऑर्डर तोड़ने का मामला रहता तो पुलिस और मजिस्ट्रेट उन पर केस दर्ज करता फिर इस व्यक्ति ने कैसे केस दर्ज दर्ज कराया।
पुलिस गिरफ्तार करने से हटी पीछे
इधर बैजनाथ धाम थाना पहुंचने के बाद गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे की गिरफ्तारी नहीं हुई गिरफ्तार नहीं किया इसके बाद उन्होंने पत्रकारों से कहा कि वह इसकी लड़ाई सदन तक लड़ेंगे साथ ही उन्होंने कहा कि वह देवघर एसपी डीसी एवं डीजीपी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लोकसभा में देंगे। श्री दुबे ने कहा कि वह इस सरकार को उखाड़ फेंकेंगे। उन्होंने कहा कि वह भगोड़ा नहीं है जिस प्रकार राज्य के मुख्यमंत्री गिरफ्तारी से बचने के लिए दिल्ली भाग कर गए थे।

जबरन प्रवेश करने के लिए दर्ज की गई थी एफआईआर
बताते चलें कि पंडा धर्मरक्षिणी सभा के कार्तिकनाथ ठाकुर ने अपनी शिकायत में कहा है कि श्रावणी मेले के दौरान मंदिर में वीवीआईपी दर्शन और गर्भगृह में प्रवेश पर रोक थी। इसके बावजूद 2 अगस्त को मनोज तिवारी, निशिकांत दुबे, उनके पुत्र कनिष्ककांत दुबे, दोनों सांसदों के पीए और देवघर के कुछ भाजपा कार्यकर्ताओं ने सभी प्रोटोकॉल को तोड़ते हुए जबरन गर्भगृह में प्रवेश किया।