डिजिटल डेस्क- दिल्ली में हुए ताज़ा ब्लास्ट के बाद पूरे उत्तर भारत में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जा रहा है। इसी सिलसिले में उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में पुलिस ने व्यापक स्तर पर किरायेदारों का डोर-टू-डोर सत्यापन अभियान शुरू कर दिया है। मुरादाबाद एक औद्योगिक शहर है, जहां बड़ी संख्या में बाहरी राज्यों और देशों से आने वाले मजदूर, कर्मचारी और छात्र रहते हैं। इसी विविध जनसंख्या के कारण सुरक्षा एजेंसियां किसी भी संभावित खतरे को रोकने के लिए अतिरिक्त सतर्कता बरत रही हैं। दिल्ली धमाके के बाद पुलिस मुख्यालय की ओर से सभी जिलों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए थे, जिसके बाद मुरादाबाद पुलिस ने सभी थानों में सघन जांच अभियान चलाने का आदेश जारी किया। पुलिस टीमें देर शाम और रात में अलग-अलग इलाकों में पहुंचकर मकान मालिकों से किरायेदारों के आधार कार्ड, पहचान पत्र, निवास प्रमाण पत्र और अन्य दस्तावेजों की जांच कर रही हैं। अधिकारियों का कहना है कि बिना वैध पहचान और सत्यापन के कोई भी संदिग्ध व्यक्ति शहर में कहीं भी ठहर नहीं सकेगा।
रोज दो शिफ्ट में चलेगा अभियान
पुलिस प्रशासन के अनुसार सत्यापन अभियान रोज शाम 5 से 7 बजे और रात 9 से 11 बजे तक चलाया जा रहा है। इन घंटों में टीमें मोहल्लों, बाजारों और आवासीय इलाकों में घूमकर जानकारी इकट्ठा कर रही हैं। पुलिस का मानना है कि इस अभियान से अपराधियों, संदिग्धों और आतंक से जुड़े तत्वों की पहचान करने में बड़ी मदद मिलेगी। इससे शहर की सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ किया जा सकेगा। किरायेदारों के अलावा शहर में प्रवेश करने वाले वाहनों की भी सघन चेकिंग की जा रही है। हाईवे, रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर विशेष निगरानी बढ़ा दी गई है। पुलिस और खुफिया विभाग इस समय अलर्ट मोड पर काम कर रहे हैं। संदिग्ध व्यक्तियों की लोकेशन, मोबाइल गतिविधियों और यात्रा इतिहास की बारीकी से जांच की जा रही है। अधिकारियों ने कहा कि पहले भी मुरादाबाद में आतंकी मॉड्यूल से जुड़ी गिरफ्तारियां हो चुकी हैं, इसलिए किसी भी तरह की लापरवाही की गुंजाइश नहीं छोड़ी जा सकती।
15 दिन में पूरा होगा पूरा वैरिफिकेशन
पुलिस ने 15 दिन के भीतर जिले के सभी किरायेदारों का सत्यापन पूरा करने का लक्ष्य तय किया है। इसका उद्देश्य न सिर्फ सुरक्षा को मजबूत करना है, बल्कि नागरिकों में भरोसा और सुरक्षित माहौल का एहसास भी कराना है। पुलिस अधिकारियों ने स्पष्ट कहा कि यह कदम एहतियाती है और वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए बेहद आवश्यक भी।