KNEWS DESK- देश में दक्षिण-पश्चिम मानसून पूरी तरह सक्रिय हो चुका है और इसके प्रभाव से लगभग पूरा भारत बारिश की चपेट में आ गया है। मौसम विभाग (IMD) ने देश के कई हिस्सों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। राजधानी दिल्ली से लेकर दक्षिण भारत तक बारिश का दौर जारी रहने की संभावना है, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हो सकता है।
जून के आखिरी दिन दिल्ली में अच्छी बारिश दर्ज की गई थी, लेकिन जुलाई की शुरुआत गर्मी और उमस के साथ हुई। मौसम विभाग ने अब चेतावनी दी है कि 2 जुलाई से 7 जुलाई तक दिल्ली और आसपास के इलाकों में मूसलधार बारिश हो सकती है। इससे तापमान में गिरावट आने की उम्मीद है, लेकिन जलभराव और ट्रैफिक जाम जैसी समस्याएं भी बढ़ सकती हैं।
उत्तर पश्चिम भारत में अगले 7 दिनों तक मौसम बिगड़ सकता है। पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में 5 से 7 जुलाई तक भारी बारिश की संभावना है। हिमाचल प्रदेश में 2 और 5-7 जुलाई के बीच कई जगहों पर भारी वर्षा हो सकती है, जिससे भूस्खलन और सड़क बाधाओं का खतरा बना रहेगा।
उत्तर प्रदेश में भी अगले तीन दिनों तक मूसलधार बारिश का अनुमान है। पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कुछ स्थानों पर अत्यंत भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।
झारखंड, छत्तीसगढ़, विदर्भ, मध्य महाराष्ट्र, ओडिशा और पूर्वी उत्तर प्रदेश में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। इन क्षेत्रों में मानसून सक्रिय बना हुआ है, जिससे खेतों में नमी बढ़ेगी और खरीफ फसलों के लिए अनुकूल परिस्थितियाँ बनेंगी, लेकिन नदियों में जलस्तर बढ़ने का खतरा भी बना रहेगा। दक्षिण भारत के भी अधिकांश हिस्सों में मानसून सक्रिय हो गया है। तेलंगाना, कर्नाटक, केरल, आंध्र प्रदेश और यानम के तटीय क्षेत्रों में बारिश के साथ तेज हवाएं (40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार) चलने का अनुमान है। केरल में 2 से 5 जुलाई और कर्नाटक में 2 से 7 जुलाई तक भारी बारिश की संभावना है। आंध्र के तटीय क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग के अनुसार, मानसून इस समय उत्तर-पश्चिम, पूर्वी और मध्य भारत में पूरी तरह सक्रिय है। बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से आने वाली नमी भरी हवाएं बारिश को लगातार बढ़ावा दे रही हैं।
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