KNEWS DESK – अर्जेंटीना के दिग्गज फुटबॉलर लियोनल मेसी अपने तीन दिवसीय भारत दौरे पर हैं, लेकिन कोलकाता में उनका पहला दिन विवादों में घिर गया। मेसी ने दौरे की शुरुआत में 70 फीट ऊंची प्रतिमा का वर्चुअल उद्घाटन किया, जिसके बाद वह कोलकाता के मशहूर साल्ट लेक स्टेडियम पहुंचे। हालांकि, मेसी का वहां बहुत कम समय रुकना फैंस को नागवार गुजरा और देखते ही देखते माहौल बिगड़ गया।
मेसी के जल्दी जाने से भड़के फैंस
स्टेडियम में मौजूद हजारों फैंस को उम्मीद थी कि उन्हें अपने पसंदीदा खिलाड़ी की एक झलक देखने को मिलेगी, लेकिन मेसी के जल्दी रवाना हो जाने से लोग निराश हो गए। नाराज फैंस ने अव्यवस्था और कुप्रबंधन को लेकर गुस्सा जाहिर किया। हालात इतने बिगड़ गए कि कुछ लोगों ने स्टेडियम के अंदर पानी की बोतलें और कुर्सियां तक फेंक दीं। फैंस का कहना था कि उन्होंने हजारों रुपये देकर टिकट खरीदे, लेकिन इसके बावजूद मेसी को ठीक से देख भी नहीं पाए।
आयोजक पर कार्रवाई, एक फैन घायल
हंगामे के बीच पश्चिम बंगाल के DGP राजीव कुमार ने जानकारी दी कि कार्यक्रम के मुख्य आयोजक स्वरूप दत्ता को पहले हिरासत में लिया गया और बाद में गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने कहा कि कुप्रबंधन के लिए जिम्मेदार लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस घटना में एक फैन घायल भी हुआ, जिसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। वहीं, मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जांच के लिए एक समिति गठित करने का आदेश दिया।
“12 हजार का टिकट, फिर भी मेसी नहीं दिखे”
नाराज फैंस ने मीडिया से बातचीत में अपना दर्द बयां किया। एक फैन ने कहा, “मैंने 12 हजार रुपये का टिकट खरीदा था। दार्जिलिंग से सिर्फ मेसी को देखने आया था, लेकिन उन्हें एक झलक भी नहीं देख पाया। यह आयोजन बेहद निराशाजनक था।” कई लोगों ने पूरे इवेंट को “बकवास” बताते हुए टिकट के पैसे वापस करने की मांग की।
एक अन्य फैन ने कहा, “हम फुटबॉल से प्यार करते हैं, अर्जेंटीना और मेसी से प्यार करते हैं, लेकिन यह पूरा इवेंट धोखा था। मंत्री अपने बच्चों के साथ अंदर थे और आम लोग कुछ भी नहीं देख पाए। यह कोलकाता फुटबॉल के लिए काला दिन है।”
ममता बनर्जी ने मांगी माफी
पूरा मामला तूल पकड़ने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट कर घटना पर दुख जताया और लियोनल मेसी व खेल प्रेमियों से माफी मांगी। उन्होंने कहा कि कोलकाता जैसे फुटबॉल प्रेमी शहर में इस तरह का कुप्रबंधन बेहद दुखद है और इसकी उच्च स्तरीय जांच कराई जाएगी।