KNEWS DESK- उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा उपचुनावों के लिए बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपनी तैयारियों को लेकर रणनीति बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है| मायावती ने रविवार, 11 अगस्त को सुबह 11 बजे एक बैठक बुलाई है, जिसमें बसपा के प्रदेश और जिला पदाधिकारी शामिल होंगे| इस बैठक का उद्देश्य यूपी में होने वाले 10 विधानसभा सीटों के उपचुनाव के लिए पार्टी की रणनीति तय करना है|
बैठक में प्रदेश पदाधिकारी, जोनल प्रभारी, और जिला अध्यक्षों के साथ उपचुनाव की सीटों पर गहन चर्चा की जाएगी| मायावती इस बैठक के दौरान बसपा की जोनवार फीडबैक प्राप्त करेंगी और उपचुनाव के लिए पार्टी की रणनीति का भी खुलासा करेंगी| यह बैठक बसपा के लिए विशेष महत्व रखती है, क्योंकि पार्टी ने पिछले कुछ वर्षों में विधानसभा और लोकसभा चुनावों में अपेक्षित प्रदर्शन नहीं किया है|
बसपा ने पहले उपचुनाव से परहेज किया है, लेकिन अब मायावती ने इसे एक अवसर के रूप में देखा है| पार्टी की वर्तमान स्थिति को देखते हुए, यह उपचुनाव बसपा के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है| फिलहाल, बसपा राज्य की केवल एक सीट पर सिमटी हुई है और 2024 के लोकसभा चुनाव में पार्टी एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं कर सकी थी| हालांकि, 2019 में बसपा ने गठबंधन के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था और 10 सीटों पर जीत हासिल की थी|
यूपी की 10 विधानसभा सीटों पर होगा उपचुनाव
कटेहरी
मिल्कीपुर
करहल
फूलपुर
मझवां
गाजियाबाद
मीरापुर
कुंदरकी
खैर
सीसामऊ (कानपुर)
बता दें कि इनमें से कुछ सीटें पहले सपा के पास रही हैं, जैसे करहल, कुंदरकी, कटेहरी, मिल्कीपुर, और सीसामऊ। वहीं, बीजेपी के पास फूलपुर, खैर और गाजियाबाद सीटें थीं। मीरापुर की सीट पर बीजेपी की सहयोगी पार्टी रालोद और मझवां की सीट पर निषाद पार्टी ने जीत हासिल की थी|
वहीं उपचुनाव में बसपा की सफलता इस बात पर निर्भर करेगी कि पार्टी अपनी रणनीति कितनी प्रभावी ढंग से लागू कर पाती है और अपने पुराने प्रभाव को पुनः स्थापित करने में कितनी सक्षम होती है|