KNEWS DESK – बहुजन समाज पार्टी (BSP) की अध्यक्ष मायावती ने प्रमुख राजनीतिक दलों, विशेषकर बीजेपी, कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने इन दलों को बहुजन समाज के आत्म-सम्मान और स्वाभिमान के आंदोलन की राह में बाधा करार देते हुए दावा किया कि बसपा ही उनके लिए “सच्ची मंजिल” है।
कांशीराम को श्रद्धांजलि
आपको बता दें कि मायावती ने बसपा के संस्थापक कांशीराम के 18वें परिनिर्वाण दिवस पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा, “बामसेफ, डीएस4 और बसपा के जन्मदाता कांशीराम जी को शत-शत नमन। पार्टी के सभी अनुयायियों का आभार।” उन्होंने कहा कि बहुजन समाज के अधिकारों की रक्षा के लिए बसपा संघर्षरत है और यह दल केवल मांगने वालों से देने वाले शासक वर्ग का हिस्सा बनाने का प्रयास कर रहा है।
राजनीतिक दलों पर निशाना
‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए उन्होंने अपने बयान में स्पष्ट किया कि “गांधीवादी कांग्रेस व आरएसएसवादी भाजपा व सपा आदि उनकी हितैषी नहीं बल्कि उनके ’आत्म-सम्मान व स्वाभिमान मूवमेन्ट’ की राह में बाधा हैं, जबकि अम्बेडकरवादी बीएसपी उनकी सही-सच्ची मंज़िल है, जो उन्हें ’माँगने वालों से देने वाला शासक वर्ग’ बनाने हेतु संघर्षरत, यही आज के दिन का संदेश।”
हरियाणा चुनाव में असफलता
हरियाणा विधानसभा चुनाव में पार्टी की करारी हार के संदर्भ में, मायावती ने कहा कि जाट समाज के जातिवादी लोगों ने बसपा को वोट नहीं दिया। उन्होंने इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के साथ गठबंधन के बावजूद पार्टी को एक भी सीट नहीं मिलने पर निराशा व्यक्त की। मायावती ने कहा, “हरियाणा विधानसभा आमचुनाव बीएसपी व इनेलो ने गठबंधन करके लड़ा किन्तु आज आए परिणाम से स्पष्ट है कि जाट समाज के जातिवादी लोगों ने बीएसपी को वोट नहीं दिया जिससे बीएसपी के उम्मीदवार कुछ सीटों पर थोड़े वोटों के अन्तर से हार गए, हालांकि बीएसपी का पूरा वोट ट्रांस्फर हुआ।”
जातिवादी मानसिकता पर सवाल
मायावती ने यूपी के जाट समाज के लोगों की सकारात्मक बदलाव की तारीफ की, जो अब बसपा से विधायक और मंत्री बने हैं। उन्होंने हरियाणा के जाट समाज के लोगों को भी उनकी जातिवादी मानसिकता बदलने की सलाह दी, ताकि वे भी समाज में समानता और सम्मान की दिशा में आगे बढ़ सकें।