KNEWS DESK- पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का आज निगम बोध घाट पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया, जहां वे पंचतत्व में विलीन हो गए। इस अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, गृह मंत्री अमित शाह, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और कई अन्य प्रमुख नेता मौजूद थे, जिन्होंने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
मनमोहन सिंह का निधन भारतीय राजनीति के एक युग का अंत था, और उनके अंतिम संस्कार में नेताओं और आम जनता ने उनके प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। राहुल गांधी, सोनिया गांधी और अन्य कांग्रेस नेताओं ने उनके अंतिम सफर में परिवार के साथ भाग लिया और डॉ. मनमोहन सिंह की अर्थी को कंधा दिया, जो एक सम्मान और श्रद्धा का प्रतीक था।
निगम बोध घाट पर मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार के दौरान सभी उपस्थित नेताओं ने उन्हें एक महान नेता, अर्थशास्त्री और भारत के प्रति समर्पित राजनेता के रूप में याद किया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा, “डॉ. मनमोहन सिंह का योगदान भारतीय राजनीति और अर्थव्यवस्था में अतुलनीय रहेगा। उनका शांतिपूर्ण और दूरदर्शी नेतृत्व हमेशा प्रेरणादायक रहेगा।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा, “मनमोहन सिंह जी का जीवन देश के प्रति उनके समर्पण का प्रतीक था। उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था को वैश्विक मंच पर मजबूती से खड़ा किया। उनकी नीति और कार्यकाल को हमेशा याद किया जाएगा।”
पार्थिव शरीर को तिरंगे में लपेटकर अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया, जो एक राजकीय सम्मान का प्रतीक था। यह तिरंगा उनके परिवार को सौंपा गया, जो उनके महान योगदान और भारत के प्रति उनकी निष्ठा का प्रतीक था।
डॉ. मनमोहन सिंह के कार्यकाल में भारतीय अर्थव्यवस्था ने कई महत्वपूर्ण सुधार देखे थे, जिनमें 1991 में आर्थिक उदारीकरण, सुधारों और वैश्विक आर्थिक मंच पर भारत की बढ़ती स्थिति शामिल थी। उनका निधन भारतीय राजनीति के एक संजीदा क्षण के रूप में याद किया जाएगा। आज के इस भावुक मौके पर उपस्थित हर किसी ने डॉ. मनमोहन सिंह की महानता और उनके योगदान को याद किया, और उनकी आत्मा को शांति की प्रार्थना की।
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