KNEWS DESK- मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री पद से हटने के बाद भी एक महत्वपूर्ण सार्वजनिक हस्ती थे। उन्हें पूर्व प्रधानमंत्री के रूप में अनेक सरकारी सुविधाएं मिलती थीं, जिनमें सरकारी आवास, सुरक्षा, चिकित्सा सेवाएं और अन्य भत्ते शामिल थे।
आवास
मनमोहन सिंह 10 वर्षों तक दिल्ली के 7 रेस कोर्स रोड (अब 7 लोक कल्याण मार्ग) स्थित बंगले में रहे, जो कि प्रधानमंत्री के आधिकारिक निवास स्थान के रूप में जाना जाता है। इसके बाद, वे दिल्ली के 3 मोतीलाल नेहरू मार्ग स्थित बंगले में शिफ्ट हो गए थे। यह बंगला शीला दीक्षित के मुख्यमंत्री रहते हुए उनका आवास हुआ करता था। मनमोहन सिंह के निधन के बाद यह सवाल उठता है कि क्या उनकी पत्नी गुरुशरण कौर को इस बंगले को खाली करना पड़ेगा, या क्या उनके परिवार को इसे रखने की अनुमति दी जाएगी।
पूर्व प्रधानमंत्री के तौर पर मिलने वाले आवास की व्यवस्था सामान्यत: उनके निधन के बाद खत्म हो जाती है, लेकिन विशेष परिस्थितियों में उन्हें एक निश्चित अवधि तक राहत मिल सकती है।
सुरक्षा
मनमोहन सिंह को भी पूर्व प्रधानमंत्री के तौर पर उच्च सुरक्षा कवर दिया गया था। अब जब वे इस दुनिया में नहीं हैं, तो यह सुरक्षा कवच भी उनके परिवार पर लागू हो सकता है। हालांकि, आम तौर पर पूर्व प्रधानमंत्रियों की सुरक्षा उनके निधन के बाद हटाई जाती है, लेकिन इस मामले में विशेष सुरक्षा कारणों से कुछ बदलाव हो सकते हैं।
चिकित्सा सुविधाएं
मनमोहन सिंह को बतौर पूर्व प्रधानमंत्री चिकित्सा सुविधाएं भी प्राप्त थीं। उनके निधन के बाद यह सवाल उठता है कि क्या उनकी पत्नी गुरुशरण कौर को यह मेडिकल सुविधाएं मिलती रहेंगी। आमतौर पर पूर्व प्रधानमंत्री के निधन के बाद उनके परिवार को मिलने वाली चिकित्सा सेवाएं समाप्त हो जाती हैं, लेकिन अगर उनकी पत्नी किसी विशेष सरकारी योजना में शामिल हैं, तो उन्हें कुछ समय तक चिकित्सा सेवाएं मिल सकती हैं।
राज्यसभा सदस्यता
मनमोहन सिंह 2014 में प्रधानमंत्री पद से हटने के बाद भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सदस्य के रूप में राज्यसभा में प्रतिनिधित्व कर रहे थे। वे अपने कार्यकाल के अंतिम दिनों तक राज्यसभा में सक्रिय थे और उनके निधन के बाद उनकी सदस्यता स्वतः समाप्त हो जाएगी। इसके बावजूद, राज्यसभा सदस्य के तौर पर वे जिन सुविधाओं के हकदार थे, वे अब बंद हो जाएंगी।
आर्थिक भत्ते
पूर्व प्रधानमंत्री के तौर पर मनमोहन सिंह को आर्थिक भत्ते और पेंशन मिलती थी। हालांकि, उनके निधन के बाद यह भत्ते समाप्त हो जाएंगे। उनकी पत्नी गुरुशरण कौर को कुछ विशेष भत्तों का लाभ मिल सकता है, लेकिन आमतौर पर पूर्व प्रधानमंत्री की पेंशन और भत्ते उनके निधन के बाद खत्म हो जाते हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री के रूप में दी जाने वाली सम्मान
मनमोहन सिंह के योगदान को देखते हुए देश भर में उन्हें एक सम्मानजनक व्यक्तित्व माना जाता है। उनके निधन के बाद उन्हें विभिन्न स्तरों पर श्रद्धांजलि दी जाएगी, और यह संभव है कि सरकार कुछ विशेष सम्मान उन्हें या उनके परिवार को प्रदान कर सकती है, जैसे कि विशेष अलंकरण या सम्मान समारोह।
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