कोलकाता, पश्चिम बंगाल में विधानसभा के दौरान प्रधानमंत्री पीएम मोदी ने अपने भाषणों की शुरूआत ‘दीदी ओ दीदी’ तंज से करते थे. इस तंज के जवाब में ममता ने अब अपने दो दिन को प्रदर्शन को पहले दिन ‘ओ नंदनाल ओ नंदनाल’ से जवाब दिया है.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज से केंद्र सरकार के खिलाफ दो दिन के धरना-प्रदर्शन की शुरुआत की है. वह केंद्र से राज्य को बकाया राशि न मिलने के कारण धरने पर बैठी हैं.
इस दौरान ममता बनर्जी ने पीएम मोदी के उस तंज का जवाब दिया, जिसमें प्रधानमंत्री ने बंगाल चुनाव के दौरान चुनावी सभा में उन्हें ‘दीदी ओ दीदी’ कहकर संबोधित किया था. इस संबोधन के जवाब में ममता ने पीएम मोदी को ‘नंदलाल ओ नंदलाल’ कहा है. हालांकि, उन्होंने संबोधन के दौरान पीएम मोदी का नाम नहीं लिया. लेकिन इसे ‘दीदी ओ दीदी’ का जवाब ही माना जा रहा है.
उन्होंने सवाल किया कि अब वे (बीजेपी) मुझे संविधान पढ़ाएंगे. मैं पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के खिलाफ धरने पर भी बैठी थी. मेरे पास दोहरा पोर्टफोलियो है. मैं एक मुख्यमंत्री हूं. बंगाल की जनता के लिए फंड बंद कर दिया गया है और यहां मेरी पार्टी सत्ता में है. अगर जरूरत पड़ेगी तो मैं पीएम आवास के पास भी धरना दे सकती हूं.
उन्होंने अपने भाषण में कहा कि बीजेपी में गुंडे हैं. एक नेता कह रहे थे कि वह रामनवमी की रैली में हथियार लेकर चलेंगे. मैं रामनवमी की रैली नहीं रोकूंगी. लेकिन अगर किसी मुस्लिम के घर पर हमला होता है तो कार्रवाई की जाएगी.
उन्होंने आगे कहा कि हम (टीएमसी) कमजोर नहीं हैं. वह कह कह रहे हैं कि ईडी की टीम भेजेंगे. इतनी शक्ति? किसी एजेंसी के जरिए इन्हें नौकरी कैसे मिली, इसके दस्तावेज हम निकालेंगे. फैसले पर बोलने का अधिकार सबको है. उन्होंने सुवेंदु अधिकारी का नाम लिए बिना कहा कि उच्च न्यायालय के एक न्यायाधीश ने आदेश दिया है कि गद्दार के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा सकती. मैंने उन्हें राजनीति सिखाई है. वह कई नेताओं से हारे और उनके पिता भी हारे. फिर मैंने उनका हाथ थाम लिया और जिता दिया.
इससे पहले ममता बनर्जी के भतीजे और टीएमसी के महासचिव अभिषेक बनर्जी ने भी ममता के धरने का समर्थन करते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि यह एक अनोखी बात देखी गई है कि एक मुख्यमंत्री धरने पर बैठी हैं और सड़क में कोई व्यवधान नहीं है. यातायात सामान्य है.