पुणे में इंद्रायणी नदी पर बड़ा हादसा: भारी बारिश के बीच जर्जर पुल ढहा, 25 के बहने की आशंका, 5 की मौत

KNEWS DESK – महाराष्ट्र के पुणे जिले के तलेगांव क्षेत्र में रविवार को एक भयावह हादसा हो गया, जब इंद्रायणी नदी पर बना एक पुराना पुल भारी बारिश और तेज बहाव के चलते अचानक ढह गया। हादसा कुंडमाल गांव के पास हुआ, जहां भारी बारिश के बाद नदी में बढ़े जलस्तर का नजारा देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग पुल पर जमा हो गए थे।

बताया जा रहा है कि इस हादसे में अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 20 से 25 लोगों के नदी में बहने की आशंका है। प्रशासन और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं।

जर्जर पुल पहले ही था वाहनों के लिए बंद

स्थानीय प्रशासन के अनुसार, यह पुल पिछले कुछ समय से खस्ताहाल स्थिति में था और करीब दो-तीन महीने पहले ही वाहनों के लिए बंद कर दिया गया था। इसके बावजूद रविवार को बड़ी संख्या में लोग इस पुल पर पहुंचे और नदी के उफनते जलस्तर को देखने लगे।

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कुछ लोग अपने दोपहिया वाहनों के साथ पुल पर चढ़ गए, जिससे उसका भार और अधिक बढ़ गया। अत्यधिक दबाव के चलते पुल अचानक टूट गया और कई लोग बहते पानी में गिर गए।

रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, अब तक 6 लोग बचाए गए

घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और जिला प्रशासन की टीमें तुरंत मौके पर पहुंच गईं। एनडीआरएफ को भी घटनास्थल के लिए रवाना किया गया है। अब तक 6 लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है, लेकिन अभी भी 15 से 20 लोग लापता बताए जा रहे हैं।

15 एंबुलेंस मौके पर तैनात हैं और गोताखोरों की मदद से सर्च ऑपरेशन जारी है। नदी के किनारे बड़ी संख्या में लोग जमा हैं और घटनास्थल पर तनाव और दहशत का माहौल बना हुआ है।

सीएम देवेंद्र फडणवीस ने की घटना की पुष्टि

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हादसे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “घटना बेहद दुखद है। प्रशासन पूरी मुस्तैदी से राहत और बचाव कार्य में जुटा है। एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच रही है। हताहतों की संख्या की अभी पुष्टि नहीं की जा सकती, लेकिन हरसंभव मदद दी जा रही है।”

क्यों हुआ हादसा?

रविवार होने और पुणे में लगातार बारिश के कारण लोग पर्यटन स्थलों पर उमड़ पड़े थे। मावल तालुका में स्थित भुशी डैम और लोनावला जैसे स्थल पहले ही बंद किए जा चुके थे, जिसके चलते आसपास के क्षेत्रों में भीड़ बढ़ गई थी।

इंद्रायणी नदी पर बना यह पुल पर्यटकों और स्थानीय लोगों के आकर्षण का केंद्र बन गया था। रिपोर्ट्स के अनुसार, करीब 100 से 120 लोग घटना के समय पुल पर या उसके आसपास मौजूद थे।