KNEWS DESK- महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के रुझानों में महाविकास अघाड़ी (MVA) गठबंधन को भारी झटका लगा है, जबकि महायुति गठबंधन ने शानदार बढ़त बना रखी है। महाविकास अघाड़ी, जिसमें कांग्रेस, शिवसेना (UBT) और शरद पवार की एनसीपी शामिल हैं, महज 54 सीटों पर सिमटती नजर आ रही है। वहीं, महायुति गठबंधन, जिसमें भाजपा, एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी शामिल हैं, 224 सीटों के साथ बहुत बड़ी बढ़त बना चुका है। हालांकि, मतगणना पूरी नहीं हुई है, लेकिन इस लैंडस्लाइड जीत ने राज्य की राजनीति में बदलाव का संकेत दिया है।
महाराष्ट्र में सीएम की रेस तेज
महाराष्ट्र में महायुति को मिल रहे लैंडस्लाइट बहुमत के बीच अब मुख्यमंत्री पद को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने बयान दिया है कि मुख्यमंत्री पद को लेकर कोई स्पष्ट समझौता नहीं था और चुनाव के परिणामों के बाद सभी पार्टियां बैठक करके इस पर निर्णय लेंगी। शिंदे ने कहा, “आखिरी आंकड़े आने के बाद सभी पार्टियां बैठकर बात करेंगी, तब सीएम का नाम तय किया जाएगा।”
अजित पवार का सीएम बनने की ओर इशारा
महाराष्ट्र में एनसीपी नेता अजित पवार की भूमिका को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं। काउंटिंग के बीच अजित पवार ने गृह मंत्री अमित शाह से 25 मिनट तक बातचीत की, जिसके बाद उनके मुख्यमंत्री बनने की अटकलें तेज हो गई हैं। इस बातचीत से पहले, अजित पवार की पत्नी और एनसीपी सांसद सुनेत्रा पवार ने बयान दिया था कि यह दिन महाराष्ट्र और बारामती के लिए सौभाग्यपूर्ण है और उनका मानना है कि अजित पवार ही राज्य के मुख्यमंत्री बनें।
महाविकास अघाड़ी का सियासी पतन
महाविकास अघाड़ी के घटक दलों के लिए यह परिणाम बेहद निराशाजनक हैं। महाविकास अघाड़ी, जो पहले राज्य में सत्ता का प्रमुख गठबंधन था, इस बार पूरी तरह से पिछड़ता हुआ दिखाई दे रहा है। कांग्रेस, शिवसेना (UBT) और शरद पवार की एनसीपी गठबंधन की उम्मीदें पूरी होती नजर नहीं आ रही हैं, और इन दलों को केवल 54 सीटों पर संतोष करना पड़ सकता है।