KNEWS DESK- काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन और पूजा के सिलसिले में विशेष आयोजन चल रहे हैं, जिसमें श्रद्धालु बाबा के दर्शन करने के लिए विभिन्न गेटों से मंदिर परिसर में प्रवेश कर रहे हैं। इस समय काशी विश्वनाथ धाम में मंगला आरती के बाद से बाबा का दर्शन-पूजन लगातार जारी है। इस दौरान मंदिर के छह गेटों से श्रद्धालु प्रवेश कर रहे हैं, जिससे परिसर में एक अद्भुत श्रद्धा और उल्लास का माहौल बना हुआ है।
अखाड़ों का प्रवेश होने के साथ ही काशी विश्वनाथ धाम का वातावरण हर-हर महादेव के जयकारों से गूंज उठा है। इस पवित्र अवसर पर आचार्य महामंडलेश्वर की अगुवाई में नागा साधु और संन्यासी बग्घी, घोड़े और वाहनों पर सवार होकर अखाड़ों से काशी विश्वनाथ मंदिर की ओर निकले। गंगा की लहरों, काशी की गलियों में डमरू की निनाद और शंखनाद के बीच नागा संन्यासियों की भव्य पेशवाई काशी की गलियों में देखने को मिली।
इस ऐतिहासिक पल को लेकर महंत शंकर पुरी महाराज ने कहा, “यह पहला मौका है जब गेट नंबर चार से नागा संन्यासी काशी विश्वनाथ धाम में प्रवेश कर रहे हैं। यह दृश्य काशी की धार्मिक आस्था और पुरानी परंपराओं के जीवंत उदाहरण के रूप में देखा जा रहा है।”
नागा संन्यासियों की यह पेशवाई काशी में श्रद्धा और भक्ति का एक अद्भुत दृश्य प्रस्तुत कर रही है, जहां भक्तों की आस्था और साधु-संतों की तपस्या का संगम दिखाई दे रहा है। काशी विश्वनाथ मंदिर का यह आयोजन धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है, जो न केवल भारत, बल्कि पूरी दुनिया से श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रहा है।
ये भी पढ़ें- महाशिवरात्रि पर अंतिम महास्नान, सीएम योगी न महापर्व पर दीं शुभकामनाएं, 65 करोड़ से अधिक श्रद्धालु कर चुके स्नान