KNEWS DESK- महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति गठबंधन ने शानदार जीत हासिल की है, और इसके बाद से यह सवाल चर्चा का केंद्र बन गया है कि राज्य का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा। महायुति गठबंधन ने 288 में से 235 सीटों पर जीत दर्ज की, जिसमें भाजपा ने अकेले 132 सीटों पर कब्जा किया। इस परिणाम के बाद भाजपा के मुख्यमंत्री बनने की संभावना प्रबल हो गई है, लेकिन सीएम के नाम पर काफ़ी विचार-विमर्श हो रहा था।
फडणवीस को मिल सकती है सीएम की कुर्सी
महाराष्ट्र के पूर्व उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के मुख्यमंत्री पद की दावेदारी को लेकर सबसे अधिक चर्चा है। भाजपा के ऐतिहासिक प्रदर्शन के बाद फडणवीस को राज्य का अगला मुख्यमंत्री बनाने की मांग तेज हो गई है। देवेंद्र फडणवीस ने 2014 से 2019 तक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया था और 2019 में भी कुछ समय के लिए मुख्यमंत्री बने थे। भाजपा के अंदरखाने से मिल रही जानकारी के अनुसार, पार्टी फडणवीस के नाम पर गंभीरता से विचार कर रही है, और अब यह संभावना जताई जा रही है कि फडणवीस को मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है।
एकनाथ शिंदे ने खुद को दावेदारी से बाहर किया
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना (शिंदे गुट) के प्रमुख एकनाथ शिंदे ने बुधवार को स्पष्ट रूप से कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री बनने की कोई इच्छा नहीं है। शिंदे ने बताया कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के फैसले का पूरी तरह समर्थन करेंगे और जो भी निर्णय लिया जाएगा, वह उसे स्वीकार करेंगे। शिंदे ने यह भी कहा कि भाजपा के द्वारा लिए गए फैसले में कोई अड़चन नहीं आएगी और वह पूरी तरह से पार्टी के साथ खड़े हैं। उनके इस बयान से यह साफ हो गया कि वह सीएम बनने की दौड़ से बाहर हो गए हैं और अब मुख्यमंत्री पद पर भाजपा का निर्णय अंतिम होगा।
अजित पवार की अहम भूमिका
एनसीपी प्रमुख अजित पवार ने भी इस मुद्दे पर अपना रुख साफ किया। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में सरकार गठन के लिए कल (बुधवार) दिल्ली में महत्वपूर्ण बैठक होगी, जिसमें सीएम और दो उपमुख्यमंत्रियों के नाम पर चर्चा की जाएगी। अजित पवार के अनुसार, इस बैठक में देवेंद्र फडणवीस, एकनाथ शिंदे और वह खुद शामिल होंगे, और इस दौरान सभी मुद्दों पर निर्णय लिया जाएगा। उनके इस बयान से यह स्पष्ट हो गया कि राज्य सरकार के गठन के लिए चर्चा का अंत दिल्ली में होने वाली बैठक में ही होगा।
सीएम पद को लेकर संभावित समीकरण
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के पहले से ही भाजपा नेताओं ने यह संकेत देना शुरू कर दिया था कि एकनाथ शिंदे को सीएम पद का मोह छोड़ना होगा। भाजपा ने यह साफ कर दिया था कि इस बार मुख्यमंत्री पद की दावेदारी पार्टी के पास होगी। चुनाव परिणाम आने के बाद जब इस मुद्दे पर चर्चा शुरू हुई, तो महायुति के सभी दलों ने इस फैसले को प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के हाथों में सौंपने का समर्थन किया। यह दिखाता है कि भाजपा ने मुख्यमंत्री पद के चयन के लिए एक रणनीति तैयार की है, और इस प्रक्रिया में सभी दलों ने अपना समर्थन दिखाया है।
आखिरी फैसला: फडणवीस के नाम पर मुहर लग सकती है
अब तक की चर्चाओं और सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक, यह साफ हो गया है कि भाजपा देवेंद्र फडणवीस को ही मुख्यमंत्री बनाने की दिशा में काम कर रही है। दिल्ली में हो रही बैठक में सभी प्रमुख नेताओं के बीच अंतिम निर्णय लिया जाएगा, और संभावना जताई जा रही है कि फडणवीस का नाम मुख्यमंत्री पद के लिए तय हो सकता है।
इसके अलावा, महाराष्ट्र में दो उपमुख्यमंत्रियों के पद भी बनाए जा सकते हैं, जिनमें एकनाथ शिंदे और अजित पवार का नाम सामने आ रहा है। इससे राज्य की सत्ता में भाजपा और एनसीपी दोनों के प्रभाव को सुनिश्चित किया जाएगा, जिससे महायुति गठबंधन को मजबूत किया जा सकेगा।
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