KNEWS DESK- प्रयागराज का महाकुंभ मेला 2025 एक नई डिजिटल पहल के साथ श्रद्धालुओं और पर्यटकों को एक अनूठा अनुभव देने वाला है। अब, महाकुंभ मेला के प्रमुख स्थलों का 360 डिग्री व्यू मोबाइल पर देखने की सुविधा मिलेगी। इस तकनीकी नवाचार के तहत, श्रद्धालु अपने मोबाइल पर गूगल मैप्स के माध्यम से महाकुंभ मेले के प्रमुख स्थानों जैसे मंदिरों, स्नान घाटों, पांटून पुलों आदि का स्ट्रीट व्यू देख सकते हैं, जो पूरी दुनिया में किसी भी व्यक्ति को मेले का अहसास कराएगा।
गूगल के साथ हुआ ऐतिहासिक समझौता
प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) और गूगल के बीच हुए एक ऐतिहासिक समझौते के तहत यह सुविधा श्रद्धालुओं के लिए उपलब्ध कराई जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में परेड स्थल पर हुई सभा में उप्र नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव अमृत अभिजात और गूगल इंडिया के सिद्धार्थ कुमार ने एमओयू पत्र का आदान-प्रदान किया।
इस समझौते के तहत गूगल की ओर से महाकुंभ मेला 2025 के लिए एक विशेष डिजिटल सेवा दी जाएगी, जिससे यह पहली बार होगा जब किसी अस्थायी शहर के लिए गूगल नेविगेशन और अन्य सुविधाओं का योगदान देगा। इससे महाकुंभ मेले का अनुभव और भी रोमांचक हो जाएगा।
गूगल मैप्स और 360 डिग्री व्यू का विशेष फीचर
गूगल मैप्स में अब महाकुंभ मेला के प्रमुख स्थलों को ट्रैक किया जा सकेगा। इस में गूगल का स्ट्रीट व्यू फीचर जोड़ा गया है, जिसके माध्यम से कोई भी व्यक्ति अपने मोबाइल पर 360 डिग्री व्यू में महाकुंभ मेला के अलग-अलग स्थानों का नजारा देख सकेगा। यह सुविधा महाकुंभ मेला शुरू होने से पहले ही उपलब्ध हो जाएगी, जिससे देश और विदेश में बैठे लोग भी महाकुंभ के स्थल को अपने स्मार्टफोन पर देख सकेंगे।
कैसे करें 360 डिग्री व्यू का उपयोग
श्रद्धालु और पर्यटक गूगल मैप्स एप्लिकेशन के माध्यम से महाकुंभ मेला से जुड़े महत्वपूर्ण स्थलों का नाम टाइप कर सकते हैं। इसके बाद, बाएं तरफ नीचे की ओर स्ट्रीट व्यू आइकन पर क्लिक करते ही वह स्थान 360 डिग्री व्यू में दिखाई देने लगेगा। हालांकि, सुरक्षा की दृष्टि से संवेदनशील स्थलों पर यह सुविधा उपलब्ध नहीं होगी।
प्रधानमंत्री मोदी की डिजिटल महाकुंभ की परिकल्पना
इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह डिजिटल महाकुंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना है। उन्होंने बताया कि इस डिजिटल पहल के माध्यम से महाकुंभ मेला न केवल भारत में, बल्कि विदेशों में भी लोगों के बीच अपनी दिव्यता और भव्यता का अहसास कराएगा।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में कई उपाय किए जा रहे हैं, जैसे कि नेविगेशन और सुरक्षा के लिए एआई तकनीक का उपयोग, ताकि महाकुंभ मेला 2025 को एक नए और डिजिटल स्वरूप में देखा जा सके।
महाकुंभ मेला 2025: एक नई दिशा में कदम
महाकुंभ मेला 2025 में तकनीकी नवाचार के साथ श्रद्धालुओं को एक डिजिटल अनुभव मिलेगा, जो पहले कभी नहीं हुआ। गूगल के साथ इस समझौते से महाकुंभ मेला न केवल एक धार्मिक आयोजन होगा, बल्कि एक डिजिटल और तकनीकी धरोहर के रूप में भी पहचान बनाएगा। इसके माध्यम से दुनिया भर से लोग महाकुंभ के प्रमुख स्थलों का अनुभव कर सकेंगे, जिससे इस धार्मिक आयोजन का महत्व और बढ़ जाएगा।
इस पहल के साथ, महाकुंभ मेला 2025 न केवल दिव्यता और भव्यता का प्रतीक बनेगा, बल्कि यह एक डिजिटल युग में प्रवेश करेगा, जहां तकनीकी सुविधाओं का सही उपयोग श्रद्धालुओं के अनुभव को और भी बेहतर बनाएगा।
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