डिजिटल डेस्क- गोवा के बहुचर्चित नाइटक्लब अग्निकांड मामले में जांच अब निर्णायक मोड़ पर पहुंचती नजर आ रही है। इस भयावह हादसे के मुख्य आरोपी सौरभ लूथरा और गौरव लूथरा को थाईलैंड से भारत निर्वासित कर दिया गया है। दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंचते ही गोवा पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। इस हादसे में 25 लोगों की जान चली गई थी, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हुए थे। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, लूथरा ब्रदर्स से अब विस्तार से पूछताछ की जाएगी। जांच एजेंसियां यह जानने की कोशिश करेंगी कि नाइटक्लब में आग आखिर कैसे लगी, क्या सुरक्षा मानकों का पालन किया गया था और क्या फायर शो के दौरान लापरवाही बरती गई।
लूथरा ब्रदर्स ने खुद को बताया निर्दोष
शुरुआती जांच में यह सामने आया था कि क्लब में पर्याप्त अग्निशमन उपकरण मौजूद नहीं थे और आवश्यक अनुमति के बिना कार्यक्रम आयोजित किया गया था। गोवा पुलिस का कहना है कि यह भी जांच का विषय है कि हादसे के बाद दोनों आरोपी देश छोड़कर क्यों भागे। हालांकि, लूथरा ब्रदर्स ने खुद को निर्दोष बताते हुए सभी आरोपों से इनकार किया है। उनका दावा है कि थाईलैंड जाना उनकी पहले से तय यात्रा का हिस्सा था और उन्होंने कानून से बचने की कोई कोशिश नहीं की।
बड़ा हादसा बनाकर पेश किया जा रहा है- लूथरा ब्रदर्स
दोनों भाइयों का यह भी कहना है कि उन्हें एक बड़े हादसे का खलनायक बनाकर पेश किया जा रहा है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, इस मामले में क्लब के संचालन से जुड़े दस्तावेज, लाइसेंस, कर्मचारियों के बयान और सीसीटीवी फुटेज की भी दोबारा जांच की जाएगी। नाइटक्लब के तीसरे साझेदार अजय गुप्ता से पहले ही पूछताछ की जा चुकी है, जिससे कई अहम जानकारियां सामने आई हैं।