रिपोर्ट- ब्रजेश गुप्ता
KNEWS DESK- महराजगंज लोकसभा सीट पर 1 जून को मतदान होना है| सातवें व अंतिम चरण में यहां मतदान होना है| भाजपा की तरफ से केन्द्रीय वित्त राज्य मंत्री और महराजगंज के सांसद पंकज चौधरी को अपना उम्मीदवार बनाया है| वहीं इंडिया गठबंधन से फरेंदा विधानसभा के विधायक वीरेंद्र चौधरी पर अपना दाव आजमाया है लेकिन बसपा की तरफ से अभी कोई प्रत्याशी मैदान में नहीं उतरा है|
महराजगंज की बात करें तो इस बार का चुनाव काफी दिलचस्प होने वाला है| अब देखने वाली बात यह होगी की दो चौधरी के बीच किसकी सीट निकलेगी| फिलहाल दोनों प्रत्याशी अपने दमखम के साथ मैदान में उतरे हैं| वहीं केन्द्रीय वित्त मंत्री पंकज चौधरी अपनी साख बचाने में जुटे हुए हैं तो इंडिया गठबंधन से महराजगंज के फरेन्दा विधानसभा के विधायक वीरेंद्र चौधरी भी पिछड़ी जाति को साधने में लगे हुए हैं|
पंकज चौधरी की बात करें तो पार्षद से लेकर संसद सदस्य तक अनुभव है| पंकज चौधरी 1991-1996, 1998-2004, 2014 से अब तक सांसद रह चुके हैं| 2019 में महराजगंज से 6वीं बार सांसद रह चुके हैं| गोरखपुर में जन्मे पंकज चौधरी का राजनीतिक सफर गोरखपुर नगर निगम में पहली बार 1989-91 गोरखपुर के पार्षद चुने गए थे| उसी साल यानी 1991 में उतर प्रदेश में कार्य कारिणी में सदस्य बनाया गया|
लोकसभा चुनाव में उन्हें महराजगंज से पहली बार टिकट मिला और पहली बार में ही वह महराजगंज के सांसद चुने गये| इसके बाद 1996 में दोबारा भाजपा ने उन पर दाव आजमया और महराजगंज के दोबारा सांसद चुने गये| 1998 में मध्यावधि चुनाव हुआ, पंकज चौधरी फिर जीत गये| 2004 में वह चौथी बार महाराजगंज के सांसद बने लेकिन लोकसभा चुनाव में लगातार जीत का उनका कर्म 2009 में टूट गया| उन्हें कांग्रेस के हर्षवर्धन सिंह के हाथों हार का सामना करना पड़ा| इस चुनाव में वह तीसरे स्थान पर रहे जबकि 2014 में भाजपा के टिकट पर उन्हें पांचवीं बार जीत मिली| 2019 में फिर से महाराजगंज के सांसद बने| अब मोदी कैबिनेट के पहले विस्तार में उन्हें केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री का पद मिला जबकि फरेंदा विधानसभा से विधायक वीरेंद्र चौधरी इंडिया गठबंधन से चुनाव मैदान में हैं| फिलहाल देखने वाली बात यह होगी कि बसपा से कौन चुनाव मैदान में आता है|