छात्रों और शिक्षकों पर लाठीचार्ज एक डरपोक सरकार की पहचान- राहुल गांधी

डिजिटल डेस्क- दिल्ली के रामलीला मैदान में अपनी मांगों को लेकर आंदोलनरत छात्रों पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज का मुद्दा अब गरमा गया है। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर लाठीचार्ज का विरोध करतदे हुए इसे डरपोक सरकार की निशानी बताई है। आपको बता दें कि प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हुई, जिसमें कई छात्र घायल हुए। वहीं अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि कि उन्हें रविवार शाम 5 बजे तक प्रदर्शन की अनुमति दी गई थी, लेकिन मांगों के समाधान तक वे मैदान में डटे रहे। छात्रों के अनुसार, करीब 7 बजे पुलिस ने बल का इस्तेमाल कर भीड़ को तितर-बितर कर दिया।

मांगा रोजगार और मिली लाठियां

सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्टर करते हुआ राहुल गांधी ने लिखा कि रामलीला मैदान में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे SSC अभ्यर्थियों और शिक्षकों पर बर्बर लाठीचार्ज – शर्मनाक ही नहीं, एक डरपोक सरकार की पहचान है। युवाओं ने सिर्फ़ अपना हक़ मांगा था – रोज़गार और न्याय। मिली क्या? लाठियां। युवाओं ने सिर्फ़ अपना हक़ मांगा था – रोज़गार और न्याय। मिली क्या? लाठियां। साफ़ है – मोदी सरकार को न देश के युवाओं की चिंता है, न उनके भविष्य की। क्यों हो? ये सरकार जनता के वोटों से नहीं, वोट चुराकर सत्ता में आई है। उन्होंने आगे लिखा कि पहले वोट चुराएंगे, फिर परीक्षा चुराएंगे, फिर नौकरियां चुराएंगे, फिर आपका हक़ और आवाज़ – दोनों कुचल देंगे! युवाओं, किसानों, गरीबों, बहुजनों और अल्पसंख्यकों – आपका वोट इन्हें चाहिए नहीं, इसलिए आपकी मांगे कभी इनकी प्राथमिकता नहीं होंगी। अब वक्त है – डरने का नहीं, डटकर मुकाबला करने का।

इन मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं छात्र

छात्रों की मुख्य मांग इंड‍ियन स्‍टूडेंट क‍मीशन बनाया जाए ताक‍ि प्रतियोगी परीक्षाओं से जुड़ी समस्याओं का संस्थागत स्तर पर समाधान हो सके। अभ्यर्थियों का कहना है कि बार-बार परीक्षा टालने, रिजल्ट में देरी और पेपर लीक जैसी समस्याओं ने उनका भविष्य अधर में डाल दिया है। ऐसे में अब उन्हें स्थायी और कानूनी व्यवस्था चाहिए।