KNEWS DESK- मध्य प्रदेश की मुख्य सचिव वीरा राणा सोमवार को सेवानिवृत्त हो रही हैं, और प्रदेश को इसी दिन नया मुख्य सचिव मिलने की संभावना है। हालांकि, नए मुख्य सचिव के नाम की आधिकारिक घोषणा अभी नहीं हुई है, लेकिन मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा के नाम को प्रमुखता दी जा रही है।
संभावित मुख्य सचिवों की सूची
डॉ. राजेश राजौरा के अलावा, वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अनुराग जैन और मोहम्मद सुलेमान भी मुख्य सचिव की दौड़ में शामिल हैं। सुलेमान वर्तमान में कृषि उत्पादन आयुक्त और कर्मचारी चयन मंडल के अध्यक्ष हैं। यदि उन्हें मुख्य सचिव नहीं बनाया गया, तो मंत्रालय से बाहर उन्हें पदस्थ करना पड़ेगा। वहीं, अनुराग जैन केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं, और उन्हें होम कैडर में वापस लाने के लिए पीएमओ और केंद्रीय कार्मिक मंत्रालय की सहमति जरूरी है, जो कि एक सप्ताह से अधिक समय ले सकती है।
डॉ. राजेश राजौरा का अनुभव
डॉ. राजेश राजौरा, 1990 बैच के आईएएस अधिकारी, फिलहाल मुख्यमंत्री कार्यालय में अपर मुख्य सचिव के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने गृह विभाग समेत विभिन्न महत्वपूर्ण विभागों में काम किया है और धार, बालाघाट, उज्जैन और इंदौर में कलेक्टर के रूप में भी कार्य किया है। उनका कार्यकाल 2027 तक है, जो उन्हें मुख्य सचिव पद के लिए एक मजबूत उम्मीदवार बनाता है।
मुख्यमंत्री कार्यालय में बदलाव
यदि डॉ. राजौरा मुख्य सचिव बनते हैं, तो मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव संजय शुक्ला को मुख्यमंत्री कार्यालय के प्रमुख बनाया जा सकता है। इसके अलावा, उन्हें मुख्यमंत्री सचिवालय का अपर मुख्य सचिव भी नियुक्त किया जा सकता है। इस स्थिति में, वर्तमान मुख्य सचिव वीरा राणा को मध्य प्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग का आयुक्त बनाए जाने की संभावना है।
निर्णय का समय
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को नए मुख्य सचिव के चयन का निर्णय लेना है। कहा जा रहा है कि सोमवार को दोपहर बाद इस संबंध में आदेश जारी किए जा सकते हैं। इस नियुक्ति का प्रदेश की प्रशासनिक स्थिति पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ने की संभावना है, और सभी की नजरें इस महत्वपूर्ण निर्णय पर हैं।
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