KNEWS DESK… बिहार के पूर्व CM लालू प्रसाद यादव को आज यानी 12 सितंबर को एक बड़ा झटका लगा है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने CBI को राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के खिलाफ केस चलाने की अनुमति दे दी है. जिसके बाद CBI ने दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट को सूचित करते हुए कहा है कि पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव के खिलाफ नौकरी घोटाला को लेकर एक ताजा आरोप पत्र के संबंध में गृह मंत्रालय से मंजूरी मिल गई है.
दरअसल, इस मामले में CBI का कहना है कि उसे अभी तक 3 रेलवे अधिकारियों के खिलाफ केस चलाने की मंजूरी नहीं मिली है. CBI ने कहा कि बाकी अन्य की मंजूरी एक हफ्ते के अंदर मिलने की संभावना जताई जा रही है. वहीं इस मामले की आगे की सुनवाई 21 सितंबर के लिए सूचीबद्ध की गई है. वहीं दूसरी तरफ CBI ने नौकरी के बदले जमीन घोटाले के मामले में बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को भी आरोपी बनाया है. CBI द्वारा इस नई चार्जशीट मे तेजस्वी यादव के नाम को पहली बार शामिल किया गया है. CBI द्वारा तैयार की गई इस नई चार्जशीट मे लालू प्रसाद यादव, रावडी देवी सहित 16 लोगों के नाम दर्ज किए गए हैं. इस चार्जशीट मे रेलवे के अधिकारी एवं नौकरी लेने वालों के नाम भी शामिल हैं.
रेलवे की नौकरी के बदले परिवार के नाम जमीन
जानकारी के लिए बता दें कि लालू प्रसाद यादव पर आरोप है कि 2004 से 2009 के बीच जब वह केंद्र सरकार में रेलमंत्री थे. तब उन्होंने रेलवे के ग्रुप डी में नौकरी देने के बदले अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर जमीन ट्रांसफर कराकर आर्थिक लाभ उठाया था. इसके बदले में लालू प्रसाद ने रेलवे के अलग-अलग जोन के अंतर्गत मुंबई, जबलपुर, कोलकाता, जयपुर एवं हाजीपुर में लोगों को जमीन के एवज में नौकरी दी थी. इन नौकरियों की बहाली के लिए कोई भी विज्ञापन या पब्लिक नोटिस नहीं जारी किया गया था. इसी केस के मामले में पिछले साल 18 मई को लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी एवं मीसा भारती सहित 17 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी की गई थी.