KNEWS DESK… देश में आज 77वां स्वतंत्रता दिवस मनाया जा रहा है. इस मौके पीएम मोदी ने लाल किले के प्राचीर से लगातार देश को 10वीं बार सम्बोधित किया है. सम्बोधन में पीएम मोदी ने मातृभाषा में पढ़ाई का जिक्र किया है. जिस दौरान CJI ने पीएम मोदी का अभिवादन किया.
दरअसल आपको बता दें कि पीएम मोदी ने कहा कि हमने मातृभाषा में पढ़ाई पर जोर दिया है. पीएम ने आगे कहा कि वह यह सुनिश्चित करने के लिए सुप्रीम कोर्ट को भी धन्यवाद देते हैं. कि बच्चे अपनी मातृभाषा में पढ़ाई कर सकें. पीएम मोदी ने कहा कि भारत के सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि अब वह जो फैसला देगा उसका ऑपरेटिव पार्ट कोर्ट में आए व्यक्ति की भाषा में उपलब्ध होगा.
जानकारी के लिए बता दें कि पीएम मोदी ने कहा कि आज मातृभाषा का महत्व बढ़ रहा है. जब पीएम मोदी ने सुप्रीम कोर्ट की ओर से स्थानीय भाषा में फैसले के ऑपरेटिव हिस्से का उल्लेख किया तो CJI वहां मौजूद थे. इस बात पर CJI ने हाथ उठाकर पीएम मोदी का अभिवादन किया. इसके बाद पीएम ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में स्थानीय भाषाओं में पढ़ाई पर जोर दिया गया है.
पीएम मोदी ने देश की सीमाओं का किया जिक्र
लाल किले से देश को सम्बोधित करते हुए पीएम मोदी ने आगे कहा कि हमारे बॉर्डर्स पहले से कहीं ज्यादा सुरक्षित हैं. सेना का आधुनिकीकरण हो गया. हमारी सेना को युद्ध के लिए हर वक्त तैयार रहती है. इसके लिए सेना में लागत सुधार का काम किया जा रहा है. हम रोज सुनते थे कि यहां बम धमाका हुआ, वहां बम धमाका हुआ. हर जगह लिखा था कि इस बैग को मत छुओ. आज देश में शांति देखी जा रही है. सिलसिलेवार बम धमाकों का दौर अब बीते दिनों की बात हो गई है. निर्दोष लोगों की मौतें अब अतीत की बात हो गई हैं.’ आज देश में आतंकी हमलों में भारी कमी आई है. नक्सल प्रभावित इलाकों में भी काफी बदलाव आया है. परिवर्तन का माहौल बना है.
वहीं पीएम मोदी ने संबोधन की शुरुआत में कहा कि आज 15 अगस्त महान क्रांतिकारी श्री अरबिंदो की 150वीं जयंती पूर्ण हो रही है. ये वर्ष स्वामी दयानंद सरस्वती के 150वीं जयंती का वर्ष है. ये वर्ष मीराबाई भक्ति योग की सिरमौर 525 वर्ष का या पावन वर्ष है. इस बार जब हम 26 जनवरी मनाएंगे वो हमारे गणतंत्र दिवस की 75वीं वर्षगांठ होगी.