डिजिटल डेस्क- कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत के पोते पर दहेज प्रताड़ना और मारपीट के गंभीर आरोप लगे हैं। पोते देवेंद्र गहलोत की पत्नी दिव्या ने रतलाम पुलिस से शिकायत करते हुए आरोप लगाया है कि ससुराल के लोग 50 लाख रुपये की मांग कर रहे हैं और इस दबाव में उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया है। दिव्या का यह भी आरोप है कि एक बार उन्हें छत से धक्का देने की कोशिश की गई और ससुराल वालों ने उनकी चार साल की बेटी को जबरन अपने पास रख लिया है। दिव्या ने अपने बयान में बताया कि उन्होंने पति देवेंद्र गहलोत, ससुर जितेंद्र गहलोत, देवर विशाल गहलोत और दादी सास अनिता गहलोत के खिलाफ दहेज मांगने और प्रताड़ना के आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि शादी के बाद से ही उनके साथ लगातार शोषण होता रहा, और पति शराब के नशे के साथ अन्य महिलाओं से संबंध रखते हैं। दिव्या के अनुसार, जब उन्होंने विरोध जताया तो उनके साथ मारपीट की जाती थी।
छत से धक्का देने का आरोप, अस्पताल नहीं ले गए
दिव्या ने गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि एक बार ससुराल पक्ष ने उन्हें छत से नीचे फेंकने की कोशिश की। वह गैलरी में गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गईं, लेकिन रात भर उन्हें अस्पताल नहीं ले जाया गया। अगले दिन उन्हें नागदा से इंदौर के बॉम्बे हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां उनका उपचार हुआ। दिव्या का कहना है कि इसके बाद भी पति और ससुराल वालों का रवैया नहीं बदला।
बेटी को नहीं मिलने देते, 50 लाख रुपये की शर्त
दिव्या ने दावा किया कि उनकी चार साल की बेटी को ससुराल वाले अपने पास रखे हुए हैं और उन्हें मिलने नहीं देते। उन्होंने बताया कि नवंबर में जब वह स्कूल में अपनी बेटी से मिलने गईं तो पति ने मिलने से रोक दिया। दिव्या का आरोप है कि ससुराल पक्ष लगातार कहता है कि “50 लाख रुपये अपने मायके से लाओ, तभी बेटी से मिलने देंगे।” दिव्या वर्तमान में रतलाम में अपने माता-पिता के पास रह रही हैं। उन्होंने मंगलवार को रतलाम एसपी अमित कुमार से मुलाकात कर शिकायत दर्ज कराई है। रतलाम पुलिस का कहना है कि मामला नागदा का होने से जांच उज्जैन पुलिस को सौंपी गई है।