डिजिटल डेस्क- दिल्ली के लाल किला ब्लास्ट मामले की जांच में अब कानपुर का एक और कनेक्शन सामने आया है। एटीएस ने बुधवार देर रात डॉ. आरिफ मोहम्मद नाम के एक युवा डॉक्टर को हिरासत में लिया है। जानकारी के मुताबिक, डॉ. आरिफ डॉ. शाहीन शाहिद के लगातार संपर्क में था, जिसे कुछ दिन पहले फरीदाबाद से गिरफ्तार किया गया था। शाहीन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) की महिला विंग की कथित प्रमुख बताई जा रही है। सूत्रों के अनुसार, डॉ. आरिफ और डॉ. शाहीन के बीच लगातार फोन और मैसेज के ज़रिए बातचीत हो रही थी। दोनों के संपर्क के कई डिजिटल सबूत एटीएस को मिले हैं। आरिफ फिलहाल कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के कार्डियोलॉजी विभाग में एमडी कर रहा था। उसने हाल ही में नीट 2024 के जरिए दाखिला लिया था और कानपुर में किराए के कमरे में रहता था।
जांच के दौरान दस्तावेज और इलेक्ट्रानिक्स डिवाइस जब्त
एटीएस की टीम ने बुधवार रात कॉलेज परिसर और आरिफ के कमरे की तलाशी ली। जांच में कुछ इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं। बताया जा रहा है कि आरिफ मूल रूप से कश्मीर का रहने वाला है और कानपुर में पढ़ाई करने वाले सात कश्मीरी छात्रों में से एक है। दिल्ली में हुए ब्लास्ट के बाद से ही कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज और उसके पूर्व फैकल्टी सदस्यों पर जांच एजेंसियों की नजर बनी हुई है।
पिछले दिनों डॉ शाहीन शाहिद की हुई थी गिरफ्तारी
इससे पहले गिरफ्तार डॉ. शाहीन शाहिद इसी कॉलेज में फार्माकोलॉजी विभाग की प्रोफेसर रही हैं। वह 2013 में बिना सूचना दिए गायब हो गई थीं और 2021 में उन्हें सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि एटीएस अब डॉ. आरिफ से यह जानने की कोशिश कर रही है कि उसकी शाहीन से बातचीत केवल अकादमिक थी या किसी साजिश से जुड़ी हुई। कार्डियोलॉजी विभाग के निदेशक डॉ. राकेश वर्मा ने भी आरिफ को पूछताछ के लिए एटीएस द्वारा ले जाए जाने की पुष्टि की है।