के-न्यूज/ दिल्ली, दिल्ली का कंझावला केस दिन पर दिन उलझता जा रहा है. पुलिस जांच में निधि के बारे में एक नया खुलासा निकल कर सामने आया है. दो साल पहले निधि आगरा पुलिस के गिरफ्त में थी. आगरा पुलिस ने उसे गांजे की तस्करी के आरोपों पर गिरफ्तार किया था.
कंझावला केस में केवल एक चश्मदीद गवाह अंजलि के दोस्त निधि है. लेकिन जैसे-जैसे केस की जांच आगे बढ़ती जा रही है. वैसे ही अंजलि के ऊपर शक और गहरा होता जा रहा है. पुलिस को जांच को करते हुए पता चला, कि निधि को आगरा पुलिस ने ड्रग तस्करी के आरोप में दो साल पहले गिरफ्तार कर चुके है. निधि पिछले दो सालों से जमानत पर बाहर है. आगरा पुलिस ने निधि को गांजे के साथ गिरफ्तार किया था. आगरा पुलिस ने इसे करीब 18 दिनों तक जेल में बंद भी रखा था. अब कोर्ट में पेशी ना करने की वजह से निधि पर फिर से गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है.
पुलिस निधि संग दो लड़को भी किया था गिरफ्तार
आगरा कैंट थाने में दर्ज एफआईआर के हिसाब से पुलिस को स्टेशन में दो लड़के और एक लड़की पर शक हुआ था. पुलिस द्वारा इनको रोकने के बाद भी ये दोनों ना रूके. जिसके बाद पुलिस ने इनको रोका, तो इनके बैग से पुलिस को गांजा बरामद हुआ. जिसके बाद पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया. जिसमें निधि के साथ बिहार के औरंगाबाद और दिल्ली के समीर को भी पुलिस ने नामजत आरोपी बनाया था. पुलिस ने बताया निधि और दो साथी ये नशे की खेप दिल्ली ले जाना चाहते थे.
तेलगांना से लाई थी गांजे की खप
पुलिस ने बताया निधि की तलाशी लेने में उसके पास से पुलिस को एक फोन, दो सौ रूपये और दस ग्राम गांजा बरामद हुआ था. पुलिस ने जब पूछताछ की, तो निधि बताया ये गांजा वो तेलगांना के सिकंदराबाद से लेकर आई है और इसे सड़क के रास्ते दिल्ली ले जाने की फिराक में थी.
कोर्ट में हजारी नहीं देती है निधि
निधि को सात दिनों के अंदर ही कोर्ट से जमानत मिल गई थी. लेकिन निधि के घर से किसी के ना आने का वजह से उसे 7 दिन ओर जेल में रहना पड़ा था. कुल मिलाकर निधि को 15 दिन जेल में रहना पड़ा था. लेकिन जमानत मिलने के बाद निधि आगरा से ऐसे भागी की उसे दोबारा कभी आगरा में देखा नही ना ही. उसने कभी कोर्ट में पेशी भी नही दी. निधि के वकील आसिफ आजाद ने बताया वो निधि की हाजिरी माफी नामे कोर्ट में देकर थक चुके है. लेकिन निधि ना आती है और ना ही वो फोन उठाती है.