KNEWS DESK – केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा आज (21 दिसंबर) देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ एक महत्वपूर्ण वर्चुअल बैठक करेंगे। इस बैठक में टीबी उन्मूलन के प्रयासों पर चर्चा होगी और राज्यों की तैयारी के बारे में जानकारी ली जाएगी। बैठक का उद्देश्य भारत को टीबी मुक्त बनाने के लिए चल रहे अभियान की स्थिति पर विचार करना है और राज्यों में इस दिशा में किए जा रहे प्रयासों का फीडबैक लेना है।
बैठक में टीबी उन्मूलन पर विशेष चर्चा
बता दें कि स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा बुलाई गई इस बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा वर्चुअली 4 बजे जुड़ेंगे। इस दौरान वे टीबी मुक्त भारत अभियान पर चर्चा करेंगे, जिसमें हाल ही में 100 दिनों का सघन अभियान चलाया गया था। बैठक में नड्डा ने राज्यों से टीबी उन्मूलन के अभियान पर जानकारी प्राप्त करेंगे और यह भी जानेंगे कि प्रत्येक राज्य में टीबी की रोकथाम के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं।
टीबी मुक्त भारत अभियान की प्रगति
इस बैठक का एक महत्वपूर्ण हिस्सा टीबी मुक्त भारत अभियान पर आधारित है, जिसका उद्देश्य भारत को 2025 तक टीबी मुक्त बनाना है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने हाल ही में हरियाणा के पंचकूला में इस अभियान का उद्घाटन किया था, जिसमें 100 दिवसीय टीबी उन्मूलन अभियान चलाया जा रहा है। यह अभियान खासकर उन जिलों में चलाया जा रहा है जहां टीबी का प्रकोप अधिक है। टीबी उन्मूलन अभियान के तहत, 33 राज्यों के 347 जिलों में इस अभियान को तेज गति से चलाया जा रहा है। अभियान का मुख्य उद्देश्य टीबी की पहचान को बढ़ावा देना, इलाज में होने वाली देरी को कम करना और उपचार के परिणामों को बेहतर बनाना है।
अभियान की प्रमुख रणनीतियाँ
स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि इस अभियान के तहत पहचान, परीक्षण, उपचार और सहायक रणनीतियों को तेज गति से लागू किया जाएगा। इसके साथ ही, टीबी के मामलों की पहचान को बढ़ाने और इलाज में होने वाली देरी को कम करने की योजना है। मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि इस अभियान में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अपनी पूरी कोशिशों से टीबी को खत्म करने के लिए काम करना होगा।
टीबी एक गंभीर स्वास्थ्य चुनौती
टीबी (तपेदिक) एक संक्रामक जीवाणु रोग है, जो माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस के कारण होता है। यह रोग आमतौर पर फेफड़ों (पल्मोनरी टीबी) को प्रभावित करता है, लेकिन यह शरीर के अन्य हिस्सों को भी प्रभावित कर सकता है, जिसे एक्स्ट्रापल्मोनरी टीबी कहा जाता है। टीबी हवा के माध्यम से फैलता है और संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने से यह अन्य व्यक्तियों में फैल सकता है। भारत में टीबी एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या बनी हुई है और इसे नियंत्रित करने के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं। टीबी के मामलों में कमी लाने के लिए जागरूकता, टेस्टिंग और इलाज की सुविधा बढ़ाई जा रही है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री का संदेश
स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि इस अभियान के तहत टीबी का प्रभावी इलाज सुनिश्चित किया जाएगा, ताकि हर मरीज को सही समय पर उपचार मिल सके और टीबी के मामलों में स्थायी कमी लाई जा सके। उन्होंने कहा कि टीबी उन्मूलन एक राष्ट्रीय मिशन है और इसके लिए सभी राज्यों को मिलकर काम करने की जरूरत है। इस वर्चुअल बैठक के जरिए केंद्र सरकार ने सभी राज्यों से टीबी के खिलाफ एकजुट होने की अपील की है। मंत्री नड्डा ने बताया कि सरकार का मुख्य उद्देश्य टीबी को 2025 तक खत्म करना है और इसके लिए सरकार सभी आवश्यक कदम उठा रही है।