बरेली में 48 घंटे के लिए इंटरनेट और SMS सेवाएं बंद, अफवाहों पर लगाम लगाने के लिए सरकार का बड़ा कदम

शिव शंकर सविता- उत्तर प्रदेश सरकार ने बरेली जिले में कानून-व्यवस्था बिगड़ने की आशंका को देखते हुए बड़ा फैसला लिया है। जिले में 2 अक्टूबर शाम 3 बजे से 4 अक्टूबर शाम 3 बजे तक यानी पूरे 48 घंटे के लिए इंटरनेट और SMS सेवाएं पूरी तरह बंद कर दी गई हैं। इस दौरान न तो मोबाइल डेटा चलेगा, न ही ब्रॉडबैंड सेवाएं उपलब्ध होंगी और न ही सामान्य SMS भेजे जा सकेंगे। केवल आपातकालीन अलर्ट और बैंकिंग OTP सेवाओं को इससे बाहर रखा गया है।

अफवाहों को रोकना है मकसद

गृह विभाग के गोपनीय अनुभाग-3 की ओर से जारी अधिसूचना में कहा गया है कि हाल के दिनों में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे फेसबुक, यूट्यूब, इंस्टाग्राम, वॉट्सऐप और टेलीग्राम का इस्तेमाल कर अफवाहें फैलाई जा रही थीं। छोटी-छोटी घटनाओं को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जा रहा था, जिससे साम्प्रदायिक तनाव और हिंसा की आशंका थी। ऐसे में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सरकार ने यह सख्त कदम उठाया है।

भारतीय तार अधिनियम 1885 के तहत बंद किया गया है इंटरनेट

गृह विभाग के सचिव गौरव दयाल ने आदेश में लिखा कि अफवाहें और भ्रामक संदेश फैलने से हालात बिगड़ सकते हैं। इसीलिए भारतीय तार अधिनियम 1885 की धारा 7 और टेलीकॉम सेवाओं के अस्थायी निलंबन नियम 2017 के तहत इंटरनेट और SMS सेवाओं को रोकने का निर्णय लिया गया है।

किन सेवाओं पर रहेगा असर?

जारी आदेश के मुताबिक बरेली जिले में यह सेवाएं बंद रहेंगी:

  • सभी मोबाइल कंपनियों (जियो, एयरटेल, वोडाफोन-आइडिया, बीएसएनएल) की इंटरनेट सेवाएं
  • SMS सेवाएं (केवल आपातकालीन अलर्ट और बैंकिंग OTP को छोड़कर)
  • सभी तरह की ब्रॉडबैंड सेवाएं, चाहे वे FTTH, ADSL, DSL या वायरलेस पर आधारित हों

अधिकारियों ने कहा है कि अगर हालात सामान्य रहते हैं, तो 48 घंटे पूरे होते ही सेवाएं बहाल कर दी जाएंगी।

प्रशासन ने की अपील

बरेली के जिलाधिकारी और एसएसपी ने जनता से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी तरह की गलत जानकारी को आगे न बढ़ाएं। प्रशासन ने स्पष्ट किया कि यह कदम जनता की सुरक्षा के लिए है और इसे लोगों को थोड़ी असुविधा जरूर होगी, लेकिन यह निर्णय कानून-व्यवस्था और शांति-व्यवस्था बनाए रखने के लिए जरूरी है।

इन्हें पड़ेगा बंदी का असर

इंटरनेट बंद होने से सबसे ज्यादा असर छात्रों, कारोबारियों और आम लोगों पर पड़ा है।

  • ऑनलाइन क्लासेज और पढ़ाई प्रभावित होंगी।
  • डिजिटल पेमेंट और ऑनलाइन बिजनेस ठप हो जाएंगे।
  • दुकानदार और ग्राहक दोनों को लेन-देन में परेशानी होगी।

कई लोगों ने चिंता जताई है कि मोबाइल इंटरनेट न होने से UPI पेमेंट, ऑनलाइन शॉपिंग और जरूरी कामकाज प्रभावित होंगे। वहीं, युवा वर्ग और छात्रों के लिए ऑनलाइन पढ़ाई तथा प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी पर भी असर पड़ सकता है।

लोग बोले- “शांति ज्यादा जरूरी”

हालांकि जिले के कई लोग सरकार के इस फैसले को सही ठहरा रहे हैं। उनका कहना है कि दो दिन की दिक्कत बर्दाश्त की जा सकती है, लेकिन शहर का माहौल शांत रहना सबसे जरूरी है। लोगों ने प्रशासन से अपील की है कि सेवाएं बहाल करने के बाद भी अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।