सातवीं बार इंदौर को मिला स्वच्छ शहर का अवॉर्ड, CM मोहन यादव और कैलाश विजयवर्गीय ने लिया अवॉर्ड

KNEWS DESK-  आज यानी 11 जनवरी को इंदौर को सातवीं बार स्वच्छ शहर का अवॉर्ड मिला है। इस अवॉर्ड को CM मोहन यादव और कैलाश विजयवर्गीय ने लिया। नई दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 में देश के सबसे स्वच्छ शहरों को पुरस्कारों का वितरण किया गया। राष्ट्रपति द्वारा देश के स्वच्छ शहर को स्वच्छता का अवॉर्ड देते समय दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम का शहर के प्रमुख स्थानों पर एल. ई.डी. स्क्रीन के माध्यम से सीधा प्रसारण किया गया। जिनमें राजबाड़ा, 56 दुकान परिसर,  मेघदूत उपवन, रणजीत हनुमान मंदिर परिसर, बड़ा गणपति चौराहा, नगर निगम में क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि, सफाई मित्र की उपस्थिति में लाइव प्रसारण हुआ।

Indore Swachh Survekshan Award 2024 Update; Kailash Vijayvargiya | Pushyamitra Bhargava | इंदौर फिर नंबर वन, गार्बेज फ्री सिटी में 7स्टार रेटिंग: दिल्ली में राष्ट्रपति ने दिया ...

इंदौर के साथ गुजरात का सूरत भी नंबर वन

मध्य प्रदेश का इंदौर लगातार सातवीं बार देश का सबसे स्वच्छ शहर बना है। हालांकि इस बार इंदौर के साथ-साथ गुजरात के सूरत को भी पहला स्थान मिला है। ऐसा पहली बार हुआ है जब स्वच्छ भारत सर्वेक्षण में दो शहरों को पहला स्थान मिला हो। इंदौर के अलावा अब गुजरात का सूरत भी देश का सबसे स्वच्छ शहर बन गया है।

मध्य प्रदेश बना दूसरा सबसे स्वच्छ राज्य

वहीं इंदौर के साथ-साथ स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 में मध्य प्रदेश को भी देश का दूसरा सबसे स्वच्छ राज्य चुना गया है। देश का सबसे स्वच्छ राज्य महाराष्ट्र बना है। मध्य प्रदेश को मिले स्वच्छता अवॉर्ड को लेने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव पहुंचे। देश का तीसरा सबसे स्वच्छ राज्य छत्तीसगढ़ बना है। स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 में मध्य प्रदेश की जनता के लिए गर्व के पल दिए हैं। मालूम हो कि बीजेपी के कद्दावर नेता कैलाश विजयवर्गीय पहले ही ये ऐलान कर चुके थे कि इस बार भी इंदौर ही देश का सबसे स्वच्छ शहर बनेगा। ऐसे में टीम इंदौर की तरफ से वो दिल्ली में आयोजित किए गए कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे। इस दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साथ केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी मौजूद रहे।

इंदौर ने स्वच्छता में सातवीं बार नंबर वन बनने के लिए किए हैं ये काम-

1. 100 फीसदी कचरा का सेग्रीगेशन
2. व्यापक नागरिक भागीदारी के माध्यम से 6 बिन स्रोत आइसोलेशन
3. सेग्रीगेशन और डोर-टू-डोर प्रोसेसिंग पर ज्यादा ध्यान दिया
4. शहर पूरी तरह से कचरा पेटी मुक्त
5. देवगुराडिया स्थित ट्रेंचिंग ग्राउंड के पुराने कचरें को वैज्ञानिक पद्धति से निपटान
6. पूरे शहर में डोर टू डोर कचरा संग्रहण करने का कार्य वास्तविक समय आई.सी.टी. आधारित निगरानी तंत्र
7. कचरा परिवहन व्यवस्था में सुधार कर नए वाहनों को लाना
8. कचरा पेटियों को हटाना और ऐसे स्थानों को चिन्हित कर खूबसूरत पेंटिंग बनवाना
9. कचरा प्रबंधन व्यवस्था की सुदृढ मॉनिटरिंग के लिए चीफ सेनेटरी इंस्पेक्टर को 19 महिन्द्रा जीप देना
10. निगम मुख्यालय से हटाकर जिंसी में नई अत्याधुनिक वर्कशॉप बनाना, जिसे आईएसओ सर्टिफिकेट मिलना
11. जीरो वेस्ट वार्ड, वेस्ट टू वंडर पार्क, बैकलेन सौंदर्गीकरण जैसी 3R गतिविधियां
12. अपशिष्ट से धन-अपशिष्ट प्रबंधन प्रक्रियाओं में एकीकरण
13. पी.पी.पी., कार्बन क्रेडिट, 100 फीसदी उपयोगकर्ता शुल्क संग्रह, विज्ञापन आदि से राजस्व सहित स्मार्ट और टिकाऊ वित्तपोषण मॉडल
14. प्रभावी आई.ई.सी. संदेश
15. सर्वेक्षण-2023 में वेस्ट-टू-आर्ट और वेस्ट-टु-वेल्थ पर विशेष ध्यान दिया गया
16. मेजर फोक्स री-यूज़ ऑफ वाटर और 7-स्टार पर किया
17. 2022 में एशिया का सबसे बड़ा बायो मिथेनाइजेशन प्लांट शुरू हुआ है 550 टन का बायो मिथेनाइजेशन प्रोसेसिंग प्लांट को सुचारू रुप से संचालित किया जा रहा है, गीले कचरे से हर दिन 17500 किलोग्राम बायो सीएनजी बनेगी
18. सीएनजी गैस का उपयोग 110 सिटी बसों में किया जा रहा है प्लांट 150 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किया गया है
19.100 प्रतिशत मेकेनाइज ड्राय वेस्ट एमआरएफ 450 टन के प्लांट का 5 वर्षाे से संचालन
20. इंदौर को गार्बेज फ्री सिटी में 7-स्टार रेटिंग मिली है
21.7-स्टार का ताज हासिल कर वाटर प्लस सर्टिफिकेट हासिल किया सभी घर ड्रेनेज लाइन या सेप्टिक टैंक से कनेक्टेड है
22. रहवासियों को झोले उपलब्ध कराए गए, जिसमें सूखा कचरा इकट्ठा करते हैं
23. नदी-नालों में सीवरेज का गंदा पानी न जाए, इसके लिए आउट फॉल को चिह्नित कर पाइप लाइन में कनेक्ट किया
24. सभी गार्डन में गार्डन वेस्ट से खाद बनाई जा रही हैं
25. स्लम ब्यूटिफिकेशन के तहत कार्य किया गया और शहर के फुटपाथ पर सौंदर्गीकरण पर काम किया गया है
26. शहर में प्रमुख चौराहों के अलावा अन्य स्थानों पर खूबसूरत स्पॉट तैयार किए गए
27. सीटी, पीटी और यूरिनल की सफाई नियमित होती है
28. AQI और हरियाली पर विशेष ध्यान दिया गया, जिससे शहर में वायु गुणवत्ता बेहतर हुई
29. शहर को कचरा मुक्त करने के लिए शहर में 3053 लिटर बिन सड़क किनारे लगाए गए
30. कमर्शियल एरिया में लगे लिटर  बिन  दिन में दो बार या दिन में तीन बार क्लीन होते हैं
31. जीरो वेस्ट 6 वार्ड भी तैयार किए गए, जहां न तो गीला और न ही सूखा कचरा निकलता है
32. गीला-सूखा कचरा ट्रेंचिंग ग्राउंड तक पहुंचाने के लिए शहर में 10 से ज्यादा अत्याधुनिक ट्रांसफर स्टेशन बनाए गए
33. 1 लाख 10 हजार से ज्यादा इमारतों और घरों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाए गए
34. 2017 में सबसे पहले 20 TPD का चोइथराम मंडी स्थित बायो मीथेन गैस प्लांट स्थापित किया गया इसके बाद 15 TPD कबीट खेड़ी में प्लांट लगाया गया
35. तीन शिफ्ट में 9 हजार से ज्याद कर्मचारी 24 घंटे शहर की सड़कों को साफ करते हैं
36. सफाई मित्र झाड़ू लगाकर तीन बोरों में कचरा इकट्ठा करते है एक में गीला तो दूसरे में सुखा और तीसरे में मिट्टी इकट्ठा करते हैं
37.गीला-सूखा कचरा ट्रेंचिंग ग्राउंड तक पहुंचाने के लिए 10 से ज्यादा ट्रांसफर स्टेशन बनाए गए
38. करीब 147 एकड़ फैले ट्रेंचिंग ग्राउंड में रोजाना 1100 से 1200 टन कचरा पहुंचता है
39. सबसे पहले ट्रेंचिंग ग्राउंड लैंडफिल साइट या डंपिंग यार्ड की आधारभूत सुविधाओं जैसे प्लांट, मशीनरी, सड़क और बिल्डिंग आदि को व्यवस्थित किया गया
40. 200 टीपीडी शहर से निकलने वाले मलबे और वेस्ट मटेरियल से ईंट, पेवर ब्लॉक बनाने का प्लांट लगाया
41. शहर को होर्डिंग के मकड़जाल से मुक्त कराना. हर तरफ जाल बिछा था, जिसे हटाना बड़ी चुनौती थी इन्हें सख्ती से हटाया
42. शहर को बड़ी सख्ती से पशु मुक्त बनाया गया और रंगदारी दिखाने वाले पशुपालकों के अवैध साम्राज्य को तोड़ा
43. खजराना गणेश मंदिर से निकलने वाले फूलों से खाद बनाने का संयंत्र जनभागीदारी के आधार पर लगाया
44. पब्लिक टॉयलेट और घरों में शौचालय बनाना
45. शहर में अत्याधुनिक ट्रांसफर स्टेशन तैयार करना।

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