डिजिटल डेस्क- अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा रूस की दो प्रमुख तेल कंपनियों पर लगाए गए प्रतिबंधों के बाद भारत की स्थिति को लेकर सवाल उठे हैं। इन कंपनियों से भारत सबसे अधिक तेल खरीदता रहा है, ऐसे में यह पाबंदी भारत के लिए नई चुनौती बन सकती है। इस पर विदेश मंत्रालय ने साफ शब्दों में कहा है कि भारत अपने नागरिकों के हितों को सर्वोच्च प्राथमिकता देगा और सस्ती ऊर्जा जहां से भी मिलेगी, वहीं से खरीदेगा।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता की तरफ से आया बयान
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को मीडिया से बातचीत में कहा, “हम हाल ही में अमेरिकी प्रतिबंधों के प्रभावों का अध्ययन कर रहे हैं। लेकिन हमारे सभी निर्णय 140 करोड़ भारतीयों की ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से लिए जाएंगे। हमारा लक्ष्य है कि सस्ती और भरोसेमंद ऊर्जा विभिन्न स्रोतों से प्राप्त की जाए, ताकि देश की जरूरतें लगातार पूरी होती रहें।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भारत के ऊर्जा नीति पर रुख पहले से स्पष्ट रहा है और उसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है। ट्रंप के बयानों पर विदेश मंत्रालय ने दोहराया कि “भारत की प्राथमिकता अपने लोगों के हितों की रक्षा करना है। हम जहां से सस्ती और स्थायी डील मिलेगी, वहीं से ऊर्जा खरीदेंगे।” मंत्रालय ने कहा कि भारत किसी भी एक देश पर निर्भर नहीं है और वैश्विक बाजार की परिस्थितियों को ध्यान में रखकर ही निर्णय लेता है।
ट्रेड डील को अंतिम रूप देने पर चल रही चर्चा
भारत-अमेरिका व्यापार समझौते पर बात करते हुए प्रवक्ता ने कहा कि दोनों देशों के बीच बातचीत जारी है। उन्होंने बताया कि “अमेरिका के साथ ट्रेड डील को अंतिम रूप देने के लिए निरंतर चर्चा चल रही है। इस पर आगे की जानकारी वाणिज्य मंत्रालय देगा।” अफगानिस्तान-पाकिस्तान संघर्ष पर भारत ने पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी। मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान इस तरह व्यवहार कर रहा है मानो उसे बिना किसी नतीजे के सीमा पार आतंकवाद फैलाने का अधिकार हो। भारत ने स्पष्ट किया कि वह अफगानिस्तान की संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और स्वतंत्रता के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है और किसी भी आतंकी गतिविधि को अस्वीकार्य मानता है।
जाकिर नाइक के मुद्दे रप विदेश मंत्री ने सख्त रुख अपनाया
मलेशिया में भगोड़े जाकिर नाइक के मुद्दे पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सख्त रुख अपनाया। उन्होंने मलेशियाई नेतृत्व से कहा कि नाइक भारत में गंभीर आपराधिक मामलों में वांछित है और उसके खिलाफ कार्रवाई जरूरी है। भारत ने उम्मीद जताई कि मलेशिया इस मामले में संवेदनशीलता दिखाएगा और आतंक से जुड़ी गतिविधियों पर कड़ा कदम उठाएगा।
क्वाड पर भी दिया बयान
क्वाड (QUAD) पर पूछे गए सवाल के जवाब में जायसवाल ने कहा कि यह चारों देशों के साझा हितों पर आधारित मंच है, और किसी भी शिखर बैठक की तिथि चारों देशों के परामर्श के बाद तय होती है। जापान के साथ संबंधों पर उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जापान की नई प्रधानमंत्री से बात कर उन्हें पद संभालने की बधाई दी। दोनों नेताओं ने आर्थिक, तकनीकी, रणनीतिक और सांस्कृतिक क्षेत्रों में सहयोग को और मजबूत करने पर चर्चा की।