राजा भैया और भानवी सिंह विवाद में बेटे शिवराज का बड़ा आरोप, मां पर लगाया संपत्ति हथियाने और नानी पर हमला करने का आरोप

डिजिटल डेस्क- जनसत्ता दल (लोकतांत्रिक) के प्रमुख और कुंडा से विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया का पारिवारिक विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक बार फिर इस मामले ने तूल पकड़ लिया है। इस बार मोर्चा संभाला है राजा भैया के बड़े बेटे कुंवर शिवराज प्रताप सिंह ने। शिवराज ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) पर वीडियो पोस्ट करते हुए अपनी मां भानवी सिंह पर करारा हमला बोला है। शिवराज ने लिखा कि उन्होंने पहले ही अपील की थी कि इस विषय में उन्हें दोबारा पोस्ट न करना पड़े, लेकिन जब “बेहूदगी की सारी हदें पार” हो गईं तो जवाब देना जरूरी हो गया। उन्होंने कहा, “जनता और सोशल मीडिया पर लोग इन्हें पहले ही गाली दे रहे हैं, इन्हें सिर्फ पेड ट्रोल सेना पर भरोसा है। कोर्ट में भी कई बार जजों को इनके वकील को फटकार लगानी पड़ी कि अपनी क्लाइंट को चुप कराइये।”

नानी-नाना की संपत्ति पर भी विवाद

राजा भैया के बेटे शिवराज ने अपनी मां पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वे अपने नाना-नानी की पूरी संपत्ति अकेले हथियाना चाहती हैं। उन्होंने लिखा कि नाना अपनी चारों बेटियों में संपत्ति बराबर बांटना चाहते हैं, लेकिन इस बात को लेकर मुकदमे चल रहे हैं। शिवराज का दावा है कि सिर्फ मुकदमों से संतोष नहीं होने पर मां ने कई बार नाना-नानी पर हिंसक हमले भी किए हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कोर्ट में दिए गए लिखित बयान में भानवी सिंह ने उनके बाबा को ‘दहेज लोभी’ तक कहा और उन्हें ‘सम्मानित व्यक्ति’ मानने से इनकार कर दिया। शिवराज ने चेतावनी दी कि समय आने पर वह कोर्ट में जमा सारे दस्तावेज़ सार्वजनिक करेंगे।

बेटे ने लगाया झूठी एफआईआर और “गुंडा टैक्स” का आरोप

शिवराज ने आगे लिखा कि उनकी मां ने दाऊ (छोटे भाई) पर जो एफआईआर कराई है, उसमें उनकी आजी (दादी) को भी दोषी ठहराया गया है। उन्होंने सवाल उठाया कि “100 करोड़ रुपये एकमुश्त और 25 लाख रुपये हर महीने – ये धन उगाही है या गुंडा टैक्स?”

वीडियो में माँ पर जूतों से हमला करती दिखी भानवी

सबसे बड़ा हमला शिवराज ने उस वीडियो के ज़रिये किया जिसे उन्होंने पोस्ट किया। उन्होंने दावा किया कि इस वीडियो में उनकी मां अपनी ही बीमार और वृद्ध मां (नानी) पर जूतों से हमला करती दिख रही हैं। शिवराज ने तंज कसते हुए लिखा, “सोचिए क्या यही है महिला सशक्तिकरण? दूध का कर्ज़ याद दिलाने वाली ट्रोल सेना को पहले हमारी ‘जूतेबाज़’ माता जी को अपना कर्ज़ याद दिलाना चाहिए।”