KNEWS DESK- उत्तर प्रदेश में पुलिस विभाग के आधुनिकीकरण और युवा शक्ति को सशक्त बनाने की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को पुलिस दूरसंचार विभाग के लिए चयनित 1494 नवचयनित कर्मियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। यह कार्यक्रम राजधानी लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित हुआ, जहां कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना और डीजीपी राजीव कृष्णा समेत अनेक वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। कार्यक्रम की शुरुआत में डीजीपी राजीव कृष्णा ने मुख्यमंत्री को प्रतीक चिन्ह भेंट कर उनका स्वागत किया।
प्रदेश सरकार की ओर से यह भर्ती प्रक्रिया उप्र पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के माध्यम से संचालित की गई। यह प्रक्रिया पुलिस के आधुनिकीकरण अभियान का हिस्सा है। इस भर्ती में 1314 सहायक परिचालक और 120 कर्मशाला कर्मचारी चुने गए हैं। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कहा, “बिना रुके, बिना डिगे और बिना थके हमारी सरकार युवाओं को नौकरी देने की दिशा में लगातार काम कर रही है।”
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि 30,000 और पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया जल्द शुरू की जा रही है। उन्होंने बताया कि पहले पुलिस की ट्रेनिंग के लिए सेना और अर्धसैनिक बलों के ट्रेनिंग सेंटर लेने पड़ते थे, लेकिन अब यूपी पुलिस के पास खुद के ट्रेनिंग सेंटर हैं जहां 60,244 सिपाहियों की ट्रेनिंग चल रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की आधी आबादी को नज़रअंदाज़ कर विकास संभव नहीं है, इसलिए महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से यूपी पुलिस में उनका समावेश किया गया है।
साथ ही उन्होंने ऐलान किया कि यूपी पुलिस में 20% भर्ती अग्निवीरों से की जाएगी। उन्हें उनके पसंदीदा ट्रेड में ही काम दिया जाएगा, जिससे उनकी दक्षता और ऊर्जा का पूर्ण उपयोग हो सके।