शिव शंकर सविता- बागपत जिले के गांगनौली गांव की मस्जिद में हुई तीन लोगों की निर्मम हत्या का पुलिस ने महज छह घंटे में खुलासा कर दिया है। जांच में सामने आया कि यह खौफनाक वारदात मौलवी के ही दो नाबालिग छात्रों ने की थी, जिन्होंने इमाम की पिटाई से नाराज होकर बदला लेने की ठानी थी।
मौलाना अफगानिस्तान के विदेश मंत्री के स्वागत के लिए गए थे देवबंद
शनिवार को मस्जिद में इमाम की पत्नी इसराना और दो छोटी बेटियां सोफिया व सुमैया के शव मिलने से पूरे गांव में हड़कंप मच गया। घटना के समय इमाम इब्राहिम देवबंद गए हुए थे। सूचना पर जिले के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। डीआईजी मेरठ कलानिधि नैथानी ने तत्काल एसओजी, सर्विलांस और छह थानों की टीमों को मिलाकर सात जांच दल बनाए।
मौलाना की डांट और मार से थे नाराज
पुलिस ने इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य और स्थानीय सूत्रों की मदद से दोनों नाबालिग छात्रों को हिरासत में ले लिया। पूछताछ में उन्होंने बताया कि इमाम अक्सर उन्हें डांटते और मारते थे, जिससे वे बेहद नाराज थे। घटना वाले दिन जब इमाम मस्जिद से बाहर थे, तब दोनों ने परिवार पर जानलेवा हमला कर दिया। उन्होंने पहले हथौड़े से वार किया और फिर छुरी से तीनों की हत्या कर दी।
हत्या में इस्तेमाल हथियार हुए बरामद
पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर वारदात में इस्तेमाल हथियार बरामद किए हैं। एसपी सूरज कुमार राय ने बताया कि दोनों आरोपी नाबालिग हैं और उनके खिलाफ बाल न्याय अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि यह अपराध योजनाबद्ध था, लेकिन पुलिस ने तत्परता और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर इसे कुछ ही घंटों में सुलझा लिया।