KNEWS DESK- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अचानक दिल्ली का दौरा किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। यह बैठक प्रधानमंत्री आवास पर हुई, जो लगभग एक घंटे तक चली। बैठक में विधानसभा की नौ सीटों पर होने वाले उपचुनाव और अगले साल जनवरी में होने वाले महाकुंभ की तैयारियों पर चर्चा की गई।
सीएम योगी ने प्रधानमंत्री मोदी को महाकुंभ में आने का आमंत्रण भी दिया। बैठक के दौरान, प्रदेश में 69 हजार शिक्षक भर्ती मामले के विवाद का राजनीतिक समाधान निकालने पर भी बातचीत हुई। यह मुद्दा हाल के समय में काफी चर्चा में रहा है, और इसका समाधान उपचुनाव से पहले निकालने की योजना बनाई जा रही है, जिससे ओबीसी समुदाय को बेहतर संदेश दिया जा सके।
सूत्रों का कहना है कि इस बैठक में महाकुंभ के माध्यम से हिंदू समाज में एकजुटता का संदेश देने पर विस्तार से चर्चा की गई। हाल ही में संघ प्रमुख मोहन भागवत के साथ हुई बैठक में भी इसी विषय पर चर्चा हुई थी। सीएम योगी ने महाकुंभ में लिंगायत समेत विभिन्न संप्रदायों को आमंत्रित करने की योजना का भी उल्लेख किया।
लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद सीएम योगी और पीएम मोदी की यह पहली मुलाकात थी। इस दौरान, विपक्ष द्वारा आरक्षण और संविधान को खत्म करने के आरोपों के सियासी नुकसान की भरपाई के लिए उपचुनाव की तैयारियों पर भी अहम बातचीत हुई। यदि सब कुछ ठीक रहा, तो उम्मीद की जा रही है कि 69 हजार शिक्षक भर्ती मामले का समाधान उपचुनाव से पहले निकल आएगा। इस बैठक से यह स्पष्ट होता है कि भाजपा महाकुंभ को एक बड़े आयोजन के रूप में देख रही है, जो न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि राजनीतिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है।
ये भी पढ़ें- खेसारी लाल यादव ने दिलजीत दोसांझ पर साधा निशाना, कहा – ‘इलुमिनाटी सिलुमिनाटी छोड़ के…’