‘मैं बेवकूफ नहीं हूं, जो विरोधी के होटल में पैसे बांटूंगा’, भाजपा नेता विनोद तावड़े ने आरोपों पर दी सफाई

KNEWS DESK-  महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के मध्य चुनावी माहौल में एक नया विवाद सामने आया है। भाजपा महासचिव विनोद तावड़े पर मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए पैसे बांटने का आरोप लगाया गया है। बहुजन विकास अघाड़ी (BVA) के नेता हितेंद्र ठाकुर ने मंगलवार को आरोप लगाया कि तावड़े ने विरार के एक होटल में पांच करोड़ रुपये बांटे थे, ताकि चुनाव में मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित किया जा सके।

विनोद तावड़े ने आरोपों को किया नकारा

इस आरोप पर भाजपा नेता विनोद तावड़े ने तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए इसे खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, “मैं राजनीतिक विरोधियों के आरोपों से घबराने वाला नहीं हूं। मुझे चुनावी नियमों और प्रक्रियाओं का पूरा ज्ञान है और मैं किसी भी स्थिति में ऐसे काम करने का जोखिम नहीं उठाऊंगा।” तावड़े ने इस बात का भी जिक्र किया कि वह किसी विरोधी के होटल में पैसे बांटने के लिए कभी नहीं जाएंगे, क्योंकि यह न केवल गैरकानूनी है, बल्कि उनका राजनीतिक व्यवहार इससे बहुत दूर है।

हितेंद्र ठाकुर ने आरोप लगाया

हितेंद्र ठाकुर ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा ने चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करने के लिए पैसे का इस्तेमाल किया और मतदाताओं को खरीदने की कोशिश की। उन्होंने दावा किया कि यह पूरी योजना विरार के एक होटल में लागू की गई, जहां भाजपा नेताओं ने बड़े पैमाने पर पैसे बांटे। ठाकुर ने भाजपा के इस तरह के कदम को चुनावी नैतिकता के खिलाफ बताया और इसे गंभीर आरोप कहा।

चुनाव आयोग ने लिया मामले को गंभीरता से

हालांकि, चुनाव आयोग ने मामले को संज्ञान में लिया है और इसकी जांच के आदेश दिए हैं। आयोग ने स्पष्ट किया है कि चुनावी प्रक्रिया को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाए रखने के लिए किसी भी प्रकार की अनुशासनहीनता और भ्रष्टाचार को सहन नहीं किया जाएगा। आरोपों के चलते चुनाव आयोग ने सभी पार्टियों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि वे चुनाव के दौरान किसी भी प्रकार की रिश्वत या भ्रष्टाचार का सहारा न लें।

सियासी संघर्ष तेज़ हुआ

यह आरोप चुनावी माहौल को और भी गर्म कर सकते हैं। भाजपा और बहुजन विकास अघाड़ी दोनों ही इस मामले पर अपनी-अपनी स्थिति को मजबूती से रख रहे हैं। जहां तावड़े इस आरोप को सिरे से नकार रहे हैं, वहीं ठाकुर ने भाजपा पर सत्ता के लिए किसी भी हद तक जाने का आरोप लगाया है। महाराष्ट्र चुनावों में इस समय सियासी माहौल बेहद तूल पकड़ चुका है, और यह मामला भी राजनीतिक जंग का एक नया मोड़ हो सकता है।

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