हिंडनबर्ग के खुलासे के बाद अडानी ग्रुप के शेयरों में शुरू हुआ गिरावट का सिलसिला अभी तक जारी है. इस दौरान अडानी ग्रुप की कंपनियों के मार्केट कैप में भारी गिरावट आई है. निवेशक हालात सुधरने का इंतजार कर रहे हैं. आखिर अडानी ग्रुप के शेयर कब वापसी करेंगे?
हिंडनबर्ग के की रिपोर्ट में हुए खुलासे के बाद से अडानी ग्रुप के शेयरों में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है. जिसकी वजह से अडानी कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन (M-cap) लगातार कम हो रहा है. अगर पिछले दिनों की बात करे तो अडानी कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन (M-cap) 19.2 लाख करोड़ था. जो रिपोर्ट आने के बाद से 10 लाख करोड़ रूपये में आ चुका है. हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद अडानी कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन करीब 9 लाख रूपये कम बो चुका है.
शेयरों में आई 50 फीसदी गिरावट
अडानी पावर, अडानी टोटल गैस, अडानी विल्मर, अडानी ग्रीन, अडानी ट्रांसमिशन, अडानी पोर्ट्स, अडानी एंटरप्राइजेज, अंबुजा सीमेंट्स, एसीसी और एनडीटीवी को मिलाकर स्टॉक मार्केट में अडानी ग्रुप के कुल 10 शेयर लिस्टेड हैं. हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद इन शेयरों में 50 फीसदी तक की गिरावट आई है. डानी टोटल गैस के शेयर इस अवधि के दौरान 3,885.45 रुपये से सबसे अधिक 51 फीसदी गिरकर 1901.65 रुपये पर आ गया है. अडानी ग्रीन एनर्जी (40% नीचे), अडानी एंटरप्राइजेज (38% नीचे), अडानी ट्रांसमिशन (37% नीचे), अडानी पोर्ट्स और एसईजेड (35% नीचे), अंबुजा सीमेंट्स (33%), अडानी विल्मर (23% नीचे), अडानी पावर (22.5% नीचे), एसीसी (21% से नीचे) और एनडीटीवी (17% से नीचे) में भारी गिरावट आई है.