KNEWS DESK- मध्य प्रदेश के शहडोल जिले के बाणगंगा मेला मैदान में शुक्रवार, 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इस ऐतिहासिक समारोह में मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और जिले के प्रभारी मंत्री राजेंद्र शुक्ला मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित करेंगे।
50 हजार लोगों की उपस्थिति की उम्मीद, व्यापक तैयारियां
इस महत्वपूर्ण आयोजन में करीब 50 हजार लोगों के आने की संभावना है। इसे ध्यान में रखते हुए बाणगंगा मेला मैदान में बड़े स्तर पर टेंट और कुर्सियों की व्यवस्था की गई है। कलेक्टर डॉ. केदार सिंह ने तैयारियों का निरीक्षण करते हुए विभिन्न विभागों के अधिकारियों से व्यवस्थाओं पर चर्चा की। उन्होंने मंच, दर्शकों की व्यवस्था, और सुरक्षा की सुनिश्चितता के लिए हर आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए।
पुलिस अधीक्षक कुमार प्रतीक ने भी सुरक्षा तैयारियों का जायजा लिया। कार्यक्रम स्थल और वीआईपी आगमन के मार्गों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं ताकि कोई भी अप्रिय घटना न हो। भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के इस महत्वपूर्ण आयोजन के लिए शहडोल में विशेष सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं।
700 से अधिक सुरक्षा बलों की तैनाती
इस कार्यक्रम में राज्यपाल, मुख्यमंत्री, और अन्य वीआईपी अतिथियों की सुरक्षा के लिए 700 से अधिक सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है। शहडोल के 250 पुलिसकर्मियों के अलावा, अन्य जिलों से 336 अतिरिक्त पुलिसकर्मी बुलाए गए हैं। इसके अतिरिक्त, दो कंपनियों और अनूपपुर व उमरिया जिलों से भी 40-40 सुरक्षा कर्मियों को कार्यक्रम स्थल पर लगाया गया है। बाहरी जिलों से एक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक और चार डीएसपी स्तर के अधिकारियों की तैनाती भी की गई है। सुरक्षा बल हैलीपैड से लेकर मंच तक सभी स्थानों पर मुस्तैद रहेंगे।
यातायात में बदलाव, विशेष पार्किंग की व्यवस्था
कार्यक्रम के दौरान यातायात व्यवस्था में बदलाव किए गए हैं। डीएसपी यातायात मुकेश दीक्षित के अनुसार, कटनी और अनूपपुर की ओर जाने वाले वाहनों को बाहरी मार्ग से गुजरना होगा। वीआईपी आगमन के चलते शहर के भीतर भी वाहनों के लिए बाहरी मार्ग निर्धारित किया गया है, ताकि कार्यक्रम के दौरान यातायात प्रभावित न हो। आगंतुकों और वीआईपी वाहनों के लिए चार विशेष पार्किंग स्थल बनाए गए हैं।
भगवान बिरसा मुंडा की विरासत का सम्मान
भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर आयोजित यह कार्यक्रम उनकी महानता और उनके योगदान को सम्मानित करने का एक अवसर है। यह आयोजन केवल एक श्रद्धांजलि नहीं, बल्कि उनके विचारों और आदिवासी समुदाय के योगदान को उजागर करने की भी पहल है। राज्यपाल और मुख्यमंत्री के साथ प्रधानमंत्री मोदी के वर्चुअल संबोधन से इस समारोह की गरिमा और भी बढ़ गई है। इस महत्वपूर्ण अवसर पर शहडोल में आदिवासी नायक बिरसा मुंडा की महान विरासत का सम्मान करने के लिए हजारों लोग जुटेंगे और उनकी प्रेरणादायी यात्रा को याद करेंगे।
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