निगमबोध घाट में किया जाएगा पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार, आम जनता कर सकेगी दर्शन

KNEWS DESK-  पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह, भारतीय राजनीति की एक अत्यंत महत्वपूर्ण और शांति प्रिय शख्सियत, अब हमारे बीच नहीं रहे। 92 वर्ष की आयु में, उन्होंने 26 दिसंबर को दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में अंतिम सांस ली। उनका निधन न केवल भारत, बल्कि पूरे विश्व में एक युग के समापन जैसा है। डॉ. सिंह का जीवन भारतीय राजनीति में उनके संयम, दूरदर्शिता, और निष्ठा का प्रतीक था।

मनमोहन सिंह, जिनका व्यक्तित्व बेहद शांत और मृदु था, कम बोलने के बावजूद जब बोलते थे, तो उनकी बातें बहुत प्रभावशाली और सटीक होती थीं। भारतीय अर्थव्यवस्था के सुधारक के रूप में उन्होंने 1991 में ऐतिहासिक आर्थिक सुधारों की शुरुआत की, जिसने देश को वैश्विक मंच पर एक नई पहचान दिलाई। वे हमेशा अपनी विनम्रता, ईमानदारी और निष्कलंक छवि के लिए पहचाने गए।

उनका अंतिम संस्कार आज दिल्ली के प्रतिष्ठित निगम बोध घाट पर राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। इससे पहले, शुक्रवार को उनके आवास पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और देश के अन्य प्रमुख नेताओं ने श्रद्धांजलि अर्पित की। प्रधानमंत्री मोदी ने उनके निधन को भारतीय राजनीति की एक अपूरणीय क्षति बताया।

मनमोहन सिंह का पार्थिव शरीर उनके आवास से निगम बोध घाट के लिए ले जाने के लिए विशेष वाहन में रखा गया था। उनके पार्थिव शरीर को देखते हुए उनके परिवार, समर्थकों और देशवासियों ने गहरी संवेदनाएं व्यक्त की। उनके योगदानों को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा, खासकर जब उन्होंने देश को आर्थिक संकट से बाहर निकालने के लिए साहसिक कदम उठाए।

उनके जाने से भारतीय राजनीति में एक शून्य उत्पन्न हुआ है, जो शायद हमेशा भरा न जा सके। उनका शांत स्वभाव, अपार ज्ञान और बेजोड़ नेतृत्व हमेशा हमारे दिलों में जीवित रहेगा। आज उनका अंतिम संस्कार भारतीय राजनीति और इतिहास के एक महान अध्याय के समापन का प्रतीक है।

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