KNEWS DESK – दिल्ली के नजफगढ़ विधानसभा से विधायक और आम आदमी पार्टी (आप) के पूर्व मंत्री कैलाश गहलोत ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) में शामिल हो गए। भाजपा मुख्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। इस मौके पर दिल्ली भाजपा के कई वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सदस्यता दिलाई
आपको बता दें कि नजफगढ़ से विधायक और दिल्ली सरकार में पूर्व मंत्री कैलाश गहलोत ने रविवार को आम आदमी पार्टी (AAP) से इस्तीफा देने के बाद आज भाजपा (BJP) में शामिल हो गए। भाजपा के वरिष्ठ नेता और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पार्टी की सदस्यता दिलाई। उन्होंने आप पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को अपने इस्तीफे के बारे में पत्र लिखकर पार्टी से अलग होने का ऐलान किया था। गहलोत ने पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए और कहा कि आप पार्टी दिल्ली के लोगों के प्रति अपनी प्रतिबद्धताओं में विफल हो चुकी है।
कैलाश गहलोत का इस्तीफा और आरोप
कैलाश गहलोत ने पत्र में लिखा कि आम आदमी पार्टी अब गंभीर राजनीतिक चुनौतियों से जूझ रही है। पार्टी की राजनीतिक महत्वाकांक्षाएं जनता के मुद्दों पर हावी हो गई हैं और कई वादे अधूरे रह गए हैं। उन्होंने दिल्ली सरकार द्वारा यमुना सफाई के लिए किए गए वादे को भी खारिज किया, यह कहते हुए कि यमुना पहले से ज्यादा प्रदूषित हो चुकी है। गहलोत ने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार अपनी पूरी ऊर्जा केंद्र सरकार के साथ लड़ाई में लगा रही है, जिससे दिल्ली का वास्तविक विकास प्रभावित हो रहा है।
गहलोत ने कहा, “मैंने दिल्ली के लोगों की सेवा करने के लिए राजनीति में कदम रखा था, लेकिन अब यह महसूस होता है कि पार्टी का फोकस लोगों के अधिकारों के बजाय राजनीतिक एजेंडे पर है।” इसी कारण उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और मंत्री पद से इस्तीफा देने का फैसला किया।
भाजपा में शामिल होने का निर्णय
कैलाश गहलोत का भाजपा में शामिल होना कई मायनों में महत्वपूर्ण है। यह भाजपा के लिए दिल्ली में अपनी राजनीतिक स्थिति को मजबूत करने का एक अवसर है, जबकि गहलोत के इस्तीफे ने आम आदमी पार्टी को भी झटका दिया है। भाजपा ने उन्हें सदस्यता दिलाते हुए यह संकेत दिया कि पार्टी दिल्ली में अपने जनाधार को और बढ़ाने के लिए सक्रिय है।
ईडी और इनकम टैक्स के मामलों का आरोप
आम आदमी पार्टी के सूत्रों के अनुसार, कैलाश गहलोत के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और आयकर विभाग द्वारा कई मामले चल रहे थे। आरोप हैं कि गहलोत पर कई बार ईडी और आयकर विभाग की छापेमारी हो चुकी थी, और यह संभवतः उनके भाजपा में शामिल होने का एक कारण हो सकता है। आप पार्टी ने इसे भाजपा का ‘गंदा षड्यंत्र’ करार दिया है और आरोप लगाया कि भाजपा दिल्ली में अगले चुनाव को अपनी एजेंसियों के जरिए जीतने की कोशिश कर रही है।
कैलाश गहलोत का मंत्री पद से इस्तीफा मंजूर
दिल्ली सरकार में परिवहन मंत्री के रूप में कार्यरत कैलाश गहलोत का इस्तीफा दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने स्वीकार कर लिया। गहलोत के इस्तीफे के बाद, उनके सभी विभागों की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री आतिशी को सौंप दी गई है। मुख्यमंत्री आतिशी ने इस संबंध में दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना को प्रस्ताव भेजा है।
आम आदमी पार्टी का पलटवार
वहीं, आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया है कि भाजपा ने गहलोत को अपने पक्ष में लाकर दिल्ली चुनावों से पहले एक बड़े राजनीतिक खेल की शुरुआत की है। पार्टी के नेताओं का कहना है कि भाजपा एजेंसियों का इस्तेमाल कर राजनीतिक फायदे के लिए आम आदमी पार्टी को निशाना बना रही है।
भाजपा में और भी नेताओं के शामिल होने की संभावना
इसी बीच, आम आदमी पार्टी ने यह दावा किया है कि भाजपा के कई बड़े नेता आज उनकी पार्टी में शामिल हो सकते हैं। सोमवार को अरविंद केजरीवाल इस मुद्दे पर प्रेस वार्ता करेंगे, जिसमें वे भाजपा के नेताओं के आप में शामिल होने की घोषणा कर सकते हैं।