KNEWS DESK- असम में बाढ़ की स्थिति सोमवार को गंभीर हो गई और 19 जिलों में 6.44 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए, कम से कम आठ नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, जिसमें जोरहाट जिले के नेमाटीघाट में ब्रह्मपुत्र अपने उच्चतम बाढ़ स्तर को पार कर गई है|
ब्रह्मपुत्र नदी के बढ़ते जलस्तर से कई परिवार प्रभावित
बता दें कि असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ASDMA) के अनुसार कहा गया कि NDRF, SDRF, सेना, वायु सेना और स्थानीय प्रशासन सहित कई एजेंसियां बचाव अभियान में लगी हुई हैं। इसमें कहा गया है कि कामरूप, गोलाघाट, माजुली, लखीमपुर, करीमगंज, कछार, धेमाजी, मोरीगांव, उदलगुरी, डिब्रूगढ़, तिनसुकिया, नागांव, शिवसागर, दरांग, नलबाड़ी, सोनितपुर, तामुलपुर, विश्वनाथ और जोरहाट में बाढ़ के पानी से कुल 6,44,128 लोग प्रभावित हैं। ढेकियाजुली में ब्रह्मपुत्र नदी के बढ़ते जलस्तर से कई परिवार प्रभावित हुए हैं और उन्होंने सरकार से राहत सामग्री उपलब्ध कराने का आग्रह किया है। मरने वालों की संख्या में भी एक की वृद्धि हुई है, जबकि एक अन्य व्यक्ति लापता बताया गया है।
मरने वालों की संख्या 45 तक पहुंची
जानकारी के अनुसार, इस साल बाढ़, तूफान और भूस्खलन में मरने वालों की संख्या 45 तक पहुंच गई है। बुलेटिन में कहा गया है कि खतरे के निशान से ऊपर बहने वाली प्रमुख नदियां ब्रह्मपुत्र (तेजपुर), सुबनसिरी (बदतीघाट), दिखौ (शिवसागर), दिसांग (नांगलमुराघाट), बुरहिडीहिंग (चेनीमारी और खोवांग), जिया-भराली (एनटी रोड क्रॉसिंग), बेकी (रोड ब्रिज) और कुशियारा (करीमगंज) हैं।
भारी बारिश के बाद असम की बाढ़ की स्थिति गंभीर
राज्य के विभिन्न हिस्सों से तटबंधों, सड़कों और पुलों सहित विभिन्न बुनियादी ढाँचों को नुकसान पहुंचने की भी सूचना मिली है। इससे पहले दिन में, मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा था कि पड़ोसी अरुणाचल प्रदेश में भारी बारिश के बाद असम की बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है।
स्थिति से निपटने के लिए हरसंभव मदद का आश्वासन
उन्होंने गुवाहाटी में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, बाढ़ की मौजूदा दूसरी लहर का मुख्य कारण अरुणाचल प्रदेश के जलग्रहण क्षेत्रों में लगातार और भारी बारिश है। सरमा ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुझे फोन किया और स्थिति से निपटने के लिए हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।