KNEWS DESK- देश के सबसे व्यस्त हवाई अड्डे दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट (IGIA) पर गुरुवार दोपहर आई तकनीकी गड़बड़ी के कारण हवाई सेवाओं में बड़ा व्यवधान देखने को मिला। एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) में स्वचालित संदेश स्विचिंग प्रणाली (AMSS) के फेल होने से उड़ानों के संचालन पर असर पड़ा, जिसके चलते सैकड़ों यात्रियों को घंटों इंतजार करना पड़ा।
करीब 40 घंटे तक एयरपोर्ट पर उड़ानों की आवाजाही प्रभावित रही। हालांकि अब हालात सुधरने लगे हैं और एयरपोर्ट प्रशासन के मुताबिक, सिस्टम को बहाल करने का काम पूरा हो चुका है, जिससे उड़ानों का संचालन धीरे-धीरे सामान्य हो रहा है।
फ्लाइट ट्रैकिंग वेबसाइट FlightRadar24 के आंकड़ों के अनुसार, गुरुवार सुबह 5 बजे से रात 8 बजे के बीच 383 से अधिक डिपार्चर और 163 अराइवल फ्लाइट्स में 45 मिनट से अधिक की देरी हुई। यानी लगभग 500 उड़ानों पर असर पड़ा।
एयरपोर्ट प्रशासन ने बताया कि सिस्टम सुस्त रहने के चलते पिछले दो दिनों में भी 23 उड़ानों में देरी हुई थी। इस बीच, कोहरे और कम विजिबिलिटी ने स्थिति को और चुनौतीपूर्ण बना दिया।
AMSS सिस्टम के ठप पड़ने के बाद एयर ट्रैफिक कंट्रोलर्स को रेडियो टेलीफोनी के जरिए मैन्युअल रूप से पायलटों को उड़ान मार्ग, कॉल साइन, प्रस्थान और गंतव्य की जानकारी देनी पड़ी। इस मैन्युअल प्रक्रिया में समय अधिक लगने से उड़ानों की आवाजाही सुस्त हो गई।
दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (DIAL) ने कहा कि सभी एयरलाइन और तकनीकी टीम मिलकर स्थिति सामान्य करने में जुटी हैं। यात्रियों से अपील की गई है कि वे अपनी उड़ानों की ताज़ा जानकारी सीधे एयरलाइनों से संपर्क कर प्राप्त करें, ताकि किसी असुविधा से बचा जा सके।
दिल्ली एयरपोर्ट पर हर घंटे औसतन 63 उड़ानें (लैंडिंग और टेकऑफ सहित) होती हैं, यानी रोज़ाना करीब 1500 उड़ानों की आवाजाही होती है। ऐसे में ATC सिस्टम की गड़बड़ी से यहां संचालन पर व्यापक असर पड़ा।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने शुक्रवार शाम को बताया कि AMSS सिस्टम की तकनीकी खामी सुधार ली गई है, लेकिन उड़ानों के बड़े बैकलॉग को देखते हुए सामान्य स्थिति लौटने में कुछ और समय लग सकता है।
यात्रियों को फिलहाल सलाह दी गई है कि वे एयरलाइन की वेबसाइट या ग्राहक सेवा से अपनी उड़ान की स्थिति की पुष्टि करें और हवाई अड्डे पर अनावश्यक रूप से पहले न पहुंचें।