देहरादून, देहरादून जनपद के चकराता के त्यूणी में बीते दिन एक भीषण आग दुर्घटना हुई। इस दर्दनाक दुर्घटना में चार बच्चियों की आग में झुलसने से मौत हो गयी है। आग इतनी भयानक थी कि आग ने पूरी इमारत को खाक में बदल दिया। बताया गया कि घटना गैस सिलेंडर फटने से हुई। जो एक नजदीक के ढ़ाबे में फटा था। सिलेंडर से गैस लीक होकर आग पकड़े के कारण इतना भीषण हादसा हुआ। हांलांकि बच्चों को बचाने का प्रयास किया गया लेकिन भीषण आग के चलते वे बुरी तरह आग की चपेट में आ गयी। उनको बचाने के चलते चार और लोग भी आग की चपेट में आकर झुलस गये। जिस ढाबे में गैस सिलिंडर फटा वह इमारत केे नजदीक था। जिस वक्त ये हादसा हुआ उस वक्त ढ़ाबे में महिला चाय बना रही थी। साथ ही बच्च्यिां भूतल में खेल रही थी। मृतक बच्चियों में ढ़ाबे वाली महिला की भी दो बच्चियां शामिल हैं।
इमारत में लगे लकड़ी के पैनल बने भीषण आग की वजह
तहसील त्यूणी में हुए इस भीषण हादसे में आग फैलने का कारण बताया गया है कि इमारत की छत लकड़ी की थी साथ ही दीवारों में भी लकड़ी के पैनल लगाये गये थे, जिस कारण इमारत में इतनी भीषण आग लगी। करीब आधे धण्टे बाद अग्निशमन की गाड़ियां हादसे वाली वाली जगह पर पहुंची। लेकिन आग के लिए पर्याप्त पानी न होने के चलते मोरी और हिमाचल के रोहडू से अग्निशमन की और दो गाड़ियों से आग पर काबू पाया गया।
तहसील त्यूणी में हुए इस भीषण हादसे में आग फैलने का कारण बताया गया है कि इमारत की छत लकड़ी की थी साथ ही दीवारों में भी लकड़ी के पैनल लगाये गये थे, जिस कारण इमारत में इतनी भीषण आग लगी। करीब आधे धण्टे बाद अग्निशमन की गाड़ियां हादसे वाली वाली जगह पर पहुंची। लेकिन आग के लिए पर्याप्त पानी न होने के चलते मोरी और हिमाचल के रोहडू से अग्निशमन की और दो गाड़ियों से आग पर काबू पाया गया।
स्थानियों ने लगाया आधे अधूरे इंतजाम का आरोप, किया हाइवे जाम
बीते गुरूवार शाम को हुए इस भीषण हादसे में आग पर काबू पाने में करीब साड़े पांच घण्टे का समय लग गया। तब कहीं जाकर आग को बुझाया जा सका। हादसे में स्थानियों ने आरोप लगाया कि पुलिस प्रशासन की ओर से आधे-अधूरे इंतजाम किये गये। हादसे में अग्निशमन की गाड़ी करीब आधे धण्टे लेट से पहुंची। साथ ही उसमें पानी की भी कमी थी। आक्रोशित ग्रामीणों ने त्यूणी -चकराता हाईवे को जाम कर प्रदर्शन किया। जिसके बाद मौके पर एसडीएम, डीएम सोनिका, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने घटना पर पहुच और ग्रामीणों को समझाया।
बीते गुरूवार शाम को हुए इस भीषण हादसे में आग पर काबू पाने में करीब साड़े पांच घण्टे का समय लग गया। तब कहीं जाकर आग को बुझाया जा सका। हादसे में स्थानियों ने आरोप लगाया कि पुलिस प्रशासन की ओर से आधे-अधूरे इंतजाम किये गये। हादसे में अग्निशमन की गाड़ी करीब आधे धण्टे लेट से पहुंची। साथ ही उसमें पानी की भी कमी थी। आक्रोशित ग्रामीणों ने त्यूणी -चकराता हाईवे को जाम कर प्रदर्शन किया। जिसके बाद मौके पर एसडीएम, डीएम सोनिका, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने घटना पर पहुच और ग्रामीणों को समझाया।