KNEWS DESK- भारत की वित्त मंत्री, निर्मला सीतारमण ने 2025-26 का बजट पेश करते हुए इस बार एक महत्वाकांक्षी और विकासोन्मुखी बजट का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से उभरती हुई अर्थव्यवस्था है और इस बजट का उद्देश्य हर वर्ग के विकास को सुनिश्चित करना है। आइए जानते हैं इस बजट में किन चीजों की कीमतों में बदलाव हुआ है, और किन चीजों के महंगे होने की संभावना जताई गई है।
सस्ती हुईं ये चीजें-
- मोबाइल फोन – मोबाइल फोन पर टैक्स में राहत दी गई है, जिससे ये सस्ते हो सकते हैं।
- कैंसर की दवाइयां – कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के इलाज में उपयोग होने वाली दवाइयों की कीमतों में कमी की गई है।
- मेडिकल इक्विपमेंट्स – स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ावा देने के लिए मेडिकल उपकरणों पर भी टैक्स में राहत दी गई है।
- LCD, LED टीवी – इलेक्ट्रॉनिक सामानों, विशेषकर टीवी की कीमतों में कमी आई है।
- लाइव सेविंग दवाइयां – जीवनरक्षक दवाइयों को सस्ता किया गया है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इनका लाभ उठा सकें।
- भारत में बने कपड़े – स्वदेशी निर्मित कपड़ों पर टैक्स में कमी की गई है, जिससे इनकी कीमतें घटेंगी।
- इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV) – सरकार ने बैटरी से चलने वाली कारों पर टैक्स में राहत दी है, जिससे इलेक्ट्रिक व्हीकल्स सस्ते हो सकते हैं।
- चमड़ा और चमड़े से बने उत्पाद – चमड़े और इससे बने उत्पादों पर टैक्स घटाया गया है।
- फ्रोजन फिश और मोटर साइकिल – इन सामानों पर भी टैक्स में राहत दी गई है।
- जिंक स्कैप, कोबाल्ट पाऊडर और लिथियम बैटरी – इन सामानों की कीमतों में भी कमी की गई है, जिससे बैटरी और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद सस्ते हो सकते हैं।
- जहाज निर्माण का कच्चा माल – बेसिक कस्टम ड्यूटी से जहाज निर्माण में प्रयुक्त कच्चे माल को 10 साल तक छूट दी गई है।
महंगी हुईं ये चीजें:
- इंटरेक्टिव फ्लैट पैनल डिस्प्ले – इस पर बेसिक कस्टम ड्यूटी 10% से बढ़ाकर 20% कर दी गई है, जिससे इनकी कीमतें बढ़ सकती हैं।
- बुने हुए कपड़े (निटेड फैब्रिक्स) – इन कपड़ों पर भी टैक्स में बढ़ोतरी की गई है।
- उपभोक्ता खाद्य उत्पाद (UPF) – स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं को ध्यान में रखते हुए, अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड (जैसे नमक, चीनी, और आर्टिफिशियल एडिटिव्स वाले खाद्य उत्पादों) पर अधिक जीएसटी लगाने का प्रस्ताव किया गया है। ये खाद्य उत्पाद बच्चों और बड़ों के स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर डाल सकते हैं।
- स्वास्थ्य संबंधी एडवाइजरी – एफएसएसएआई की ओर से अधिक सख्त लेवलिंग और जागरूकता अभियानों पर जोर दिया जाएगा, ताकि लोग स्वच्छ और पौष्टिक भोजन का चुनाव करें और हानिकारक खाद्य पदार्थों से बचें।
सरकार की योजनाएं
इस बार के बजट में सरकार ने भारत में बने उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए भी कई पहल की हैं। स्वदेशी वस्त्रों, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स, और स्वास्थ्य के क्षेत्र में राहत देने के लिए टैक्स में कटौती की गई है। वहीं, अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड और अन्य हानिकारक उत्पादों पर टैक्स बढ़ाने से सरकार का उद्देश्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को रोकना है और लोगों को स्वस्थ आहार अपनाने के लिए प्रेरित करना है।
वित्त मंत्री ने इस बजट को आकांक्षाओं का बजट बताते हुए देश के विकास की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। जहां कुछ चीजें सस्ती हुई हैं, वहीं कुछ चीजों पर टैक्स बढ़ाकर उनकी कीमतें बढ़ाई गई हैं, ताकि लोगों को बेहतर और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित किया जा सके। यह बजट भारतीय अर्थव्यवस्था के समग्र विकास को सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है।
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