आपको बता दें कि मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में एक ही परिवार के चार लोगों ने जान दे दी है। यह परिवार मार्केट में फैले लोन ऐप के जंजाल में फंस गया था। तो घर के मुखिया ने इस परेशानी से निकलने की बहुत कोशिश की लेकिन जब बाहर निकलने का कोई रास्ता नजर नहीं आया तो जिंदगी खत्म करने का फैसला कर लिया। 8 साल का बेटा 3 साल की बेटी दोनो बच्चों को जहर दें दिया और पति पत्नी ने फांसी लगा ली। मरने से पहले इस परिवार ने 4 पेज का एक सुसाइड नोट लिखा था।
सुसाइड नोट में लिखा
ज्यादा कमाई की लालच में मैं एक ऑनलाइन कंपनी के चक्कर में फंस गया था। अपनी नौकरी के साथ मैं जुड़ा हुआ था। मैं कैसे उस कंपनी के लोन के जाल में फंस गया। यह पता ही नहीं चला है। धीरे-धीरे मुझे पर कर्ज का जाल बढ़ता गया। मैं इसके बारे में किसी को जानकारी नहीं दे पा रहा था। कंपनी के लोग मुझे ब्लैकमेल कर रहे थे। मेरा फोन हैक कर लिया था। हमारे रिश्तेदारों और परिचितों को मैसेज कर रहे थे। कंपनी के रिकवरी एजेंट हमें लगातार धमकी देते थे। मैंने इसकी शिकायत साइबर क्राइम में की थी। अब मैं मुंह दिखाने के लायक नहीं बचा था। इसके बाद पूरे परिवार को खत्म करने का फैसला किया। पीड़ित ने सुसाइड नोट में लिखा है कि वह ईकॉमर्स कंपनी है, मैं कमाई के चक्कर में लोन लेकर उसमें पैसा लगाता रहै। कोविड के बाद 2022 में यह कंपनी बनी थी।
निवेदन है कि हमारे जाने के बाद परिवारवालों को लोन के लिए परेशान न किया जाए। न ही किसी रिश्तेदार या साथी को परेशान न किया जाए। सुसाइड नोट के अंत में पीड़ित ने लिखा है कि हमारी अंतिम इच्छा है कि पूरे परिवार का दाह संस्कार एक साथ करें। साथ ही हमारा पोस्टमार्टम नहीं करवाया जाए।