KNEWS DESK- ‘कैश फॉर क्वेरी’ मामले में फंसी सांसद महुआ मोइत्रा की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं। एथिक्स कमेटी सांसद पर सख्त एक्शन लेने की तैयारी में है। जिसमें इन्हें संसद से अयोग्य घोषित करना शामिल है। बीजेपी नेता विनोद कुमार सोनकर के नेतृत्व वाली लोकसभा की एथिक्स कमेटी ‘कैश फॉर क्वेरी’ मामले में मंगलवार यानि 7 नवंबर को बैठक करने वाली है। इस बैठक में सांसद महुआ मोइत्रा पर सख्त एक्शन लेने पर चर्चा होगी । जिसमें सांसद को संसद से अयोग्य घोषित करना शामिल है।
2005 कैश फॉर क्वेरी मामले की तरह लिया जा सकता है एक्शन
2005 में सामने आए कैश फॉर क्वेरी को एक उदाहरण के तौर पर देख सकता है। इस केस में उन सभी 11 सांसदों को संसद के लिए अयोग्य घोषित कर दिया गया था, जिन्होंने पैसे लेकर सदन में सवाल उठाए थे हालांकि, ये मामला सुप्रीम कोर्ट के दरवाजे तक पहुंच गया था। दो साल तक चली सुनवाई के बाद शीर्ष अदालत ने जनवरी 2007 में इन सभी आरोपी सांसदों की अयोग्यता पर रोक लगा दी थी, जिसके बाद इनकी वापसी हुई।
एथिक्स कमेटी की तरफ से जारी किया गया नोटिस
एथिक्स कमेटी की तरफ से रविवार (5 नवंबर) को बैठक को लेकर नोटिस अपलोड किया गया। इसमें कहा गया, ‘सांसद निशिकांत दुबे के जरिए 15 अक्टूबर, 2023 को सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ शिकायत दी गई। महुआ के खिलाफ संसद में कैश फॉर क्वेरी मामले से जुड़े होने का कथित आरोप है। एथिक्स कमेटी महुआ मोइत्रा के कथित तौर पर इस मामले से जुड़े होने की जांच को ध्यान में रखते हुए ड्राफ्ट रिपोर्ट पर विचार कर रही है और उसे अपनाने वाली है.’
महुआ मोइत्रा ने बीजेपी पर बोला हमला
महुआ मोइत्रा ने बीजेपी पर हमला बोलना जारी रखा है। उन्होंने कहा, ‘बीजेपी इससे पहले कि फर्जी कहानी सुनाने के लिए महिला सांसदों को आगे करे। उन्हें याद रखना चाहिए कि मेरे पास एथिक्स कमेटी में रिकॉर्ड की सटीक प्रतिलिपि है। कमेटी के चेयरमैन के सस्ते घिनौने अप्रासंगिक सवाल, विपक्ष का विरोध, मेरा विरोध- सब कुछ आधिकारिक तौर पर काले और सफेद रंग में है. बेशरम और बेहुदा.’
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