भावुक पलः माँ और भाई से मिलकर रो पड़े शुभाशुं शुक्ला, लगाया परिवार को गले

डिजिटल डेस्क- अतंरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला के परिवार के लिए सोमवार का दिन इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया। जहां पूरा देश शुभांशु शुक्ला के घर आगमन पर प्रफुल्लित हो उठा, वहीं शुभांशु के परिवार के लिए ये पल गौरव का पल बन गया। शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष यात्रा के बाद पहली बार जब अपने गृहनगर लखनऊ पहुंचे, तब पूरा लखनऊ खुशी से झूम उठा। जब पहली बार शुभांशु ने अपनी माँ और परिवार से मिले तो परिवार के गले लग गये। इस दौरान उनके और उनके परिवार के सभी सदस्यों की आँखों में आंसू थे, साथ ही उनके परिवार का प्रत्येक सदस्य सीना गर्व से चौड़ा हो उठा। शुभांशु ने परिवारवालों से कहा कि आखिरकार वह घर आ गए हैं। यह मुलाकात एयरपोर्ट पर हुई।

30 सेकेंड तक लगाए रखा गले

शुभांशु शुक्ला के भाई आशीष ने मीडिया को बताया कि शुभांशु अपनी मां से मिलते ही गले लग गए और 30 सेकंड तक दोनों एक-दूसरे को गले लगाए रहे। उनकी आंखों में आंसू थे, साथ ही मां रो रही थी और शुभांशु भी बेहद भावुक थे। शुभांशु ने आशीष से कहा-‘भैया, आखिरकार मैं घर आ गया। यह पल वहां मौजूद सभी लोगों के लिए बेहद भावुक था।

सीएम, डिप्टी सीएम ने किया स्वागत

शुभांशु शुक्ला के नगर आगमन पर जहां पूरा प्रदेश उनका बेसब्री से इंतजार कर रहा था, वहीं उनसे मिलने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक समेत कई दिग्गज नेता भी बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। शुभांशु शुक्ला के आगमन के बाद उन्हें बतौर राज्य अतिथि का दर्जा देते हुए वीआईपी गेस्ट हाउस में ठहराया गया था और साथ ही प्रोटोकॉल निर्धारित किया गया था। लखनऊ आने के बाद शुभांशु शुक्ला ने सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की साथ ही उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक से भी मुलाकात की। इस दौरान डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने तारीफ करते हुए कहा कि ‘शुभांशु ने ऐसा काम किया है, जिस पर पूरे देश को गर्व है.’ उन्होंने कहा कि ‘जब चार लोग दुनिया से अंतरिक्ष गए, तो उनमें एक भारत से शुभांशु थे, सभी की निगाहें उन पर थीं।

यूपी के पहले नागरिक जो अंतरिक्ष गये- सीएम योगी

कैप्टन शुभांशु शुक्ला से मिलते हुए सीएम योगी काफी खुश नजर आये। इस दौरान उन्होंने कहा कि शुभांशु यूपी के पहले नागरिक हैं जिन्होंने अंतरिक्ष तक की यात्रा तय की जो कि हमारे देश के लिए गर्व की बात है। सीएम योगी ने कहा कि शुभांशु के पिता यूपी सरकार के कर्मचारी रहे हैं। उनके संस्कारों के कारण ही शुभांशु ने यह उपलब्धि हासिल की है।

मुस्कराइए आप लखनऊ में हैं… इसका मतलब आज समझ में आया

प्रदेशवासियों का प्रेम और देश और उनके प्रति आदर देख शुभांशु शुक्ला गदगद हो गए। अपने भव्य स्वागत की तैयारियों को देखते ही उसकी तारीफ किए बिना खुद को नहीं रोक सके। साथ ही लोगों का प्यार देख उन्होंने कहा कि आज जब मैं लखनऊ पहुंचा तो खुले हाथों से मेरा स्वागत किया गया। मैंने पूरे दिन में करीब दो हजार सेल्फी ली। ये कहा जाता है कि मुस्कुराइये कि आप लखनऊ में हैं… मुझे इसका मतलब आज समझ में आया है।