चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस में बड़ा ऐलान, देशभर में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) की घोषणा, 21 साल बाद देशभर में होगा SIR

डिजिटल डेस्क- भारत चुनाव आयोग (ECI) की आज आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस समाप्त हो गई है, जिसमें मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने पूरे देश में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision – SIR) की प्रक्रिया शुरू करने की घोषणा की। यह ऐलान देशभर में आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारियों के तहत एक बड़ा कदम माना जा रहा है। मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि इस बार SIR प्रक्रिया को दो चरणों में पूरा किया जाएगा। पहले चरण में दस से पंद्रह राज्यों में मतदाता सूची के पुनरीक्षण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इनमें पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल, असम और पुडुचेरी जैसे राज्य शामिल हैं, जहां अगले कुछ महीनों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।

मतदाता सूची को त्रुटिरहित बनाना आयोग की सर्वोच्च प्राथमिकता- चुनाव आयुक्त

ज्ञानेश कुमार ने कहा कि मतदाता सूची को अद्यतन और त्रुटिरहित बनाना आयोग की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इस प्रक्रिया के तहत हर BLO (Booth Level Officer) को एक-एक घर पर तीन बार जाना होगा, ताकि कोई भी पात्र मतदाता सूची से छूट न जाए और कोई अपात्र व्यक्ति सूची में शामिल न हो।

12 राज्यों की मतदाता सूची आज रात से फ्रीज

मुख्य चुनाव आयुक्त ने यह भी बताया कि SIR प्रक्रिया के तहत आने वाले 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की मतदाता सूची आज रात से फ्रीज कर दी जाएगी। उन्होंने कहा, “मतदाता सूची का फ्रीज होना यह सुनिश्चित करेगा कि किसी भी तरह की अनियमितता या परिवर्तन प्रक्रिया के दौरान न हो सके। यह पारदर्शिता की दिशा में एक बड़ा कदम है।”

21 साल बाद हो रहा है SIR

ज्ञानेश कुमार ने बताया कि आखिरी बार SIR प्रक्रिया 21 साल पहले आयोजित की गई थी। उन्होंने कहा कि इतनी लंबी अवधि के बाद यह पुनरीक्षण जरूरी था ताकि बदलते जनसांख्यिकीय आंकड़ों के अनुसार मतदाता सूची को अपडेट किया जा सके।

बिहार में सफल प्रयोग के बाद अब दूसरे चरण की तैयारी

मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि SIR का पहला चरण बिहार में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ, जहां लगभग 7.3 करोड़ मतदाताओं ने सक्रिय रूप से भाग लिया। इस सफलता के बाद आयोग ने दूसरे चरण के लिए देश के अन्य 12 राज्यों को चुना है। उन्होंने कहा, “हमने बिहार में 36 निर्वाचन अधिकारियों के साथ बैठक की, जिसमें प्रक्रिया से जुड़े अनुभवों और सुधारों पर विस्तृत चर्चा हुई। इसके बाद तय किया गया कि अब दूसरे चरण में 12 राज्यों में SIR लागू किया जाएगा।”

तकनीकी और मैनुअल दोनों तरीकों से डेटा मिलान

चुनाव आयोग ने बताया कि मतदाता सूची का मिलान मैनुअल और तकनीकी दोनों तरीकों से किया जा रहा है। इससे यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि डुप्लीकेट या फर्जी नामों को हटाया जाए और नए पात्र मतदाताओं को जोड़ा जाए। ज्ञानेश कुमार ने कहा, “हमने दो महत्वपूर्ण सम्मेलन आयोजित किए, जिनमें तकनीकी प्रगति और भविष्य की दिशा को लेकर व्यापक चर्चा हुई। आयोग का उद्देश्य है कि हर पात्र नागरिक का नाम मतदाता सूची में हो और कोई भी अयोग्य व्यक्ति सूची में शामिल न रहे।”