KNEWS DESK- महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री के नाम को लेकर चल रहा संशय अभी भी समाप्त नहीं हुआ है। गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर आयोजित एक अहम बैठक में मुख्यमंत्री पद के लिए चर्चा की गई, लेकिन बैठक में कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया जा सका। इसके बाद, शुक्रवार को मुंबई में बैठक आयोजित करने की योजना बनाई गई।
एकनाथ शिंदे की स्वास्थ्य स्थिति
मुंबई लौटने के तुरंत बाद, महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे अपने पैतृक गांव सतारा चले गए। वहां पहुँचने के बाद उनकी तबीयत खराब हो गई। उनके निजी डॉक्टर आरएम पार्टे के अनुसार, शिंदे को तेज बुखार और गले में संक्रमण की शिकायत हुई। डॉक्टरों की एक टीम ने उनका इलाज किया और उन्हें इंट्रा-वेनस थेरेपी (आईवी) पर रखा गया। शिंदे के करीबी सहयोगियों ने बताया कि अब उनकी तबीयत में सुधार है और वे रविवार शाम तक मुंबई लौट आएंगे।
नई सरकार के गठन पर अटकलें
शिंदे की अस्वस्थता के बीच, राजनीतिक गलियारों में अटकलें लगाई जा रही हैं कि वे नई सरकार के गठन के तरीके से पूरी तरह संतुष्ट नहीं हैं। हालांकि, उनकी पार्टी या खुद शिंदे की ओर से इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
5 दिसंबर को होगा शपथ ग्रहण
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने घोषणा की है कि महाराष्ट्र में शपथ ग्रहण समारोह 5 दिसंबर की शाम को दक्षिण मुंबई के आजाद मैदान में होगा। इस भव्य समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी शामिल होने की संभावना है। लेकिन मुख्यमंत्री के नाम पर अब भी पर्दा नहीं उठ सका है। भाजपा सूत्रों के मुताबिक, इस पद की दौड़ में देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे हैं। फडणवीस, शिंदे सरकार में उपमुख्यमंत्री का दायित्व निभा चुके हैं और उनके अनुभव को देखते हुए उन्हें इस पद का प्रबल दावेदार माना जा रहा है।
महायुति गठबंधन को प्रचंड बहुमत
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा, शिवसेना और राकांपा के महायुति गठबंधन ने 288 में से 230 सीटों पर शानदार जीत हासिल की। अकेले भाजपा ने 132 सीटों पर विजय प्राप्त कर राज्य की सबसे बड़ी पार्टी के रूप में अपनी स्थिति मजबूत की। हालांकि, 23 नवंबर को चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद भी, सरकार गठन में हो रही देरी ने सियासी हलचलें तेज कर दी हैं।
मुख्यमंत्री पद को लेकर चर्चाओं का दौर जारी
मुख्यमंत्री पद को लेकर भाजपा और शिवसेना के बीच कई नामों पर विचार किया जा रहा है। देवेंद्र फडणवीस का नाम इस दौड़ में सबसे आगे है, लेकिन पार्टी द्वारा अंतिम निर्णय की घोषणा अभी तक नहीं की गई है। अब सभी की निगाहें 5 दिसंबर के शपथ ग्रहण समारोह पर टिकी हैं, जब महाराष्ट्र को नया मुख्यमंत्री मिलने की औपचारिक घोषणा होगी।
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