KNEWS DESK- दिल्ली ब्लास्ट मामले में गिरफ्तार डॉ. शाहीन शाहिद का नाम सामने आने के बाद कानपुर में उनके परिवार और जानने वालों में हैरानी का माहौल है। शाहीन के पहले पति डॉ. जफर हयात, जो उनके साथ 9 साल तक रहे, इस खबर से स्तब्ध हैं। उन्होंने बताया कि उनके वैवाहिक जीवन के दौरान शाहीन ने कभी किसी चरमपंथी प्रवृत्ति का संकेत नहीं दिया।
पूर्व पति बोले 9 साल सब कुछ सामान्य था
डॉ. जफर हयात ने बताया, “हमारे 9 साल अच्छे से गुजरे, उन्होंने कभी कोई संदिग्ध बात नहीं की। हां, वह अक्सर विदेश में शिफ्ट होने की बात करती थीं, लेकिन उसके पीछे क्या वजह थी, ये कभी समझ नहीं आया। तलाक के बाद हमने कोई संपर्क नहीं रखा, बच्चों से भी नहीं।”
लखनऊ में पले-बढ़े थे शाहीन और परवेज़
जानकारी के मुताबिक, डॉ. शाहीन सईद और उनके भाई डॉ. परवेज़ अंसारी का बचपन लखनऊ के कंधारी बाज़ार मोहल्ले में बीता। दोनों ने वहीं से शुरुआती पढ़ाई की और बाद में मेडिकल फील्ड में आगे बढ़े। स्थानीय लोग यह जानकर हैरान हैं कि पढ़े-लिखे डॉक्टर भाई-बहन किसी आतंकी नेटवर्क से जुड़े हो सकते हैं।
मस्जिद के इमाम और पड़ोसी बोले — ‘परिवार नेक, यकीन नहीं हो रहा’
मोहल्ले की मस्जिद के इमाम ने बताया, “सईद साहब बहुत नेक और सादगी पसंद व्यक्ति हैं। वे हेल्थ डिपार्टमेंट से रिटायर्ड अधिकारी हैं। बच्चों को पढ़ाया-लिखाया, डॉक्टर बनाया। यह सुनकर हम सब हैरान हैं कि शाहीन और परवेज़ ऐसे किसी मामले में शामिल हो सकते हैं।”
पड़ोसियों ने भी बताया कि शाहीन और परवेज़ कई सालों से परिवार के साथ नहीं रहते थे, कभी-कभी फ़ोन पर ही बात होती थी। एक पड़ोसी ने कहा, “हमारे लिए देश सबसे पहले है। हमें यकीन नहीं हो रहा कि डॉक्टर भाई-बहन आतंकी संगठन से जुड़े हो सकते हैं।”
पड़ोसी फारुख़ ने बताया कि हाल ही में उनकी परवेज़ से बात हुई थी। “मैंने उन्हें अपनी रिपोर्ट व्हाट्सऐप पर भेजी थी, उन्होंने अच्छे से जवाब दिया। मुझे जरा भी अंदाज़ा नहीं था कि ऐसा कुछ हो सकता है। हम सब इस्लामिया कॉलेज के स्टूडेंट रहे हैं।”
भाई शोएब का बयान ‘मेरे भाई-बहन बेगुनाह हैं’
शाहीन के बड़े भाई शोएब अंसारी ने आरोपों को सिरे से खारिज किया। उन्होंने कहा, “मैं नहीं मानता कि मेरे भाई-बहन ऐसे किसी मामले में शामिल हैं। उन्हें फंसाया जा रहा है। शाहीन से मेरी आख़िरी बार चार साल पहले बात हुई थी, परवेज़ से तीन साल पहले।” शोएब होम ट्यूशन देने का काम करते हैं और उन्होंने बताया कि उन्हें इस पूरे मामले की जानकारी मीडिया से ही मिली।
शाहीन और परवेज़ के परिवार के घर पर सन्नाटा पसरा है, जबकि मोहल्ले में इस खबर को लेकर लगातार चर्चाएं हो रही हैं। लोगों को अब भी यकीन नहीं है कि डॉक्टर बनकर समाजसेवा करने वाले भाई-बहन इस तरह की आतंकी साजिश का हिस्सा हो सकते हैं।