KNEWS DESK- देश के कई हिस्से इस समय भारी बारिश की चपेट में हैं। बीते 24 घंटों के दौरान कम से कम 14 राज्यों में तेज बारिश ने लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी को बुरी तरह प्रभावित किया है। हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और जम्मू-कश्मीर में हालात सबसे अधिक चिंताजनक हैं, जहां सड़कों का टूटना, भूस्खलन और बाढ़ जैसी परिस्थितियां सामने आ रही हैं।
हिमाचल प्रदेश में लगातार बारिश के कारण ऊना, चंबा, कुल्लू, मंडी, कांगड़ा, बिलासपुर, सोलन और हमीरपुर जिलों में स्कूलों को बंद रखने के आदेश जारी किए गए हैं। राज्य में रविवार और सोमवार को 47 पक्के और 98 कच्चे मकानों को नुकसान पहुंचा है। बारिश और भूस्खलन के कारण 793 सड़कों पर आवाजाही बंद है। मंडी-कुल्लू, मंडी-पठानकोट और भरमौर-पठानकोट हाईवे पूरी तरह से अवरुद्ध हैं।
राजस्थान में स्थिति भयावह हो चुकी है। कोटा, बूंदी, सवाई माधोपुर और झालावाड़ जैसे जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। हाड़ौती क्षेत्र के कई गांव जलमग्न हो गए हैं और कई क्षेत्रों का संपर्क पूरी तरह कट गया है। आपात हालात को देखते हुए सेना और वायुसेना को राहत और बचाव कार्यों में लगाया गया है। मानसून सीजन में अब तक राज्य में बारिश से जुड़ी घटनाओं में 91 लोगों की जान जा चुकी है।
उत्तराखंड में देहरादून, टिहरी, उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। इन इलाकों में गर्जन के साथ बिजली चमकने और तेज बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग का अनुमान है कि 29 अगस्त तक राज्य में इसी तरह का मौसम बना रहेगा।
उत्तर प्रदेश में बीते कई दिनों से सक्रिय मानसून अब थोड़ी सुस्ती दिखा रहा है। मंगलवार से प्रदेश में बादलों की सक्रियता में कमी आने की संभावना है और अगले चार से पांच दिन बारिश कमजोर पड़ सकती है। हालांकि, 31 अगस्त के आसपास बंगाल की खाड़ी से आने वाले एक नए वेदर सिस्टम के कारण दोबारा तेज बारिश हो सकती है।
लद्दाख में भी हालात चिंताजनक हैं। मौसम विभाग ने लेह, ज़ांस्कर और संकू-परकाचिक क्षेत्रों में अगले 24 घंटों के दौरान भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। क्षेत्र में पहले से ही मध्यम से तेज बारिश जारी है।
मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश, गुजरात, बिहार, असम और ओडिशा में आगामी पांच से सात दिनों तक भारी बारिश की संभावना जताई है। इन राज्यों में प्रशासन को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं।
हिमाचल प्रदेश में मणिमहेश यात्रा को चार श्रद्धालुओं की मौत के बाद अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है। करीब 2,000 श्रद्धालु बीच रास्ते में फंसे हुए हैं, हालांकि सभी सुरक्षित स्थानों पर हैं।